स्पोटर्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी साई ने लॉक डाउन के दौरान किये जाने वाले खर्च के लिए खेलो इंडिया से जुड़े 2749 खिलाड़ियों के लिए हर किसी के खाते में 30 हजार रुपये दे दिए हैं. इस तरह खिलाड़ियों के ऊपर 8.25 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. ये बातें साई के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है. उन्होंने कहा है कि खिलाड़ियों के खाते में 22 मई 2020 तक उनके द्वारा खर्च की गयी धन राशि भेज दी गयी है, साथ में यह भी कहा है कि बाकी बचे 144 खिलाड़ियों की धनराशि मई के अंत तक में भेज दी जाएगी.
आपको बता दें कि ये धनराशि 2020-21 के पहले तिमाही के लिए है. इन भत्तों में अपने गृह नगर में रहने के दौरान यात्रा किए गए भत्ते शामिल है इसके साथ साथ भोजन, और खिलाड़ियों के द्वारा खर्च किए गए पैसे का भी भुगतान किया गया है. यह खर्च 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रहने 21 खेलों के खिलाड़ियों के लिए दिए गए हैं, इसमें सबसे अधिक महाराष्ट्र के 386 खिलाड़ी शामिल हैं, उसी तरह हरियाणा के 381, दिल्ली के 225, पंजाब के 202 और तमिलनाडु के 165 खिलाड़ी हैं. बता दें कि हर साल प्रत्येक खिलाड़ी को 1 लाख 20 हजार रुपये देने का प्रावधान है. ये पैसा खेलो इंडिया के स्कॉलरशिप के तहत दिया जाता है.
गौरतलब है कि सरकार ने लॉक डाउन 4 में खिलाड़ियों को बड़ी राहत देते हुए खेल परिसरों और स्टेडियमों में कुछ शर्तों के साथ अभ्यास की अनुमति दे दी है लेकिन साथ में साई के खिलाड़ियों को एक शपथ पत्र भी भरने के लिए दे दिया है जिसमें लिखा गया है कि SAI महामारी के बीच अभ्यास शुरू करने से जुड़े जोखिमों के पूर्ण उन्मूलन की गारंटी नहीं दे सकता. कहा गया है, ‘मैं कोविड-19 महामारी की वर्तमान स्थिति में अभ्यास फिर से शुरू करने से जुड़े जोखिमों को स्वीकार करता हूं. ’ SAI ने कहा कि सहमति पत्र पर हस्ताक्षर प्रत्येक केंद्र पर नियुक्त कोविड-19 कार्यबल की निगरानी में किए जाएंगे.