कोलकाता : पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान अम्फान (Cyclone Amphan) की वजह से हुई तबाही से संभलने में अभी वक्त लग सकता है. विभिन्न स्थानों पर अभी भी बिजली गुल है. पेयजल की समस्या है. तटबंध टूट गये हैं. पेड़ टूट कर बिजली की तार या रास्तों पर गिरे पड़े हैं. ऐसी स्थिति में राज्य सरकार ने सेना से मदद मांगी है. राज्य के गृह विभाग की ओर से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गयी है.
गृह विभाग ने ट्वीट में कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार 24 घंटे एकीकृत कमांड मोड पर अपनी सर्वाधिक शक्ति लगा रही है, ताकि जरूरी आधारभूत ढांचे और परिसेवा की जल्द से जल्द बहाली हो सके. सेना की सहायता मांगी गयी है. NDRD और SDRF की टीमों को तैनात किया गया है. रेलवे, पोर्ट, निजी सेक्टर को भी टीमें और उपकरण भेजने के लिए अनुरोध किया गया है. गृह विभाग ने अपनी ट्वीट में यह भी कहा है कि पेयजल आपूर्ति और आधारभूत ढांचे को तेजी से ठीक किया जा रहा है.
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (Public Health Engineering Department) को पानी के पाउच वितरित करने के लिए कहा गया है. जहां जरूरत है वहां जेनरेटर किराये पर लेकर परिसेवा को ठीक किया जा रहा है. 100 से अधिक टीमों को विभिन्न विभागों और निकायों ने टूटे पेड़ों को काटने के लिए काम पर लगाया है. बिजली की आपूर्ति को सुचारू करने के लिए जो जरूरी है.WBSEDCL व CSC को अधिकतम मानव बल नियुक्त करने के लिए कहा गया है. हालांकि, लॉकडाउन की वजह से CSC की मानव बल तैनाती पर असर पड़ा है. पुलिस हाई अलर्ट पर है.
बंगाल में NDRF की 10 और टीमें भेजी गयी
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 10 और टीमें चक्रवात अम्फान से प्रभावित पश्चिम बंगाल में राहत और बचाव अभियान में तेजी के लिए भेजी जा रही हैं. वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के प्रधान सचिव (आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा) से लिखित अनुरोध मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बल की अतिरिक्त टीमें भेजी गयी हैं.
NDRF के एक प्रवक्ता ने कहा कि पश्चिम बंगाल के बाहर स्थित NDRF केंद्रों से 10 अतिरिक्त टीमों को एकत्र किया गया है और उन्हें जल्द से जल्द रवाना किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि टीमों के शनिवार देर रात तक कोलकाता पहुंच जाने की संभावना है. पश्चिम बंगाल में चक्रवात प्रभावित छह जिलों में पहले से ही NDRF की 26 टीमें तैनात हैं. इन टीमों के वहां भेजे जाने के बाद कुल टीमों की संख्या 36 हो जायेगी.
Also Read: Cyclone Amphan effect : बंगाल के 6 जिले अब भी अन्य जिलों से हैं कटे, संचार व्यवस्था भी है ठप
इस बीच पश्चिम बंगाल में चक्रवात के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 86 हो गयी है. तीन दिन बाद भी सामान्य स्थिति बहाल करने में प्रशासन की विफलता को लेकर लोगों ने कोलकाता के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राज्य के लगभग 1.5 करोड़ लोग चक्रवात के कारण सीधे प्रभावित हुए हैं और 10 लाख से अधिक घर नष्ट हो गये हैं.