राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने यूपी के मुख्य सचिव को औरैया दुर्घटना से जुड़े एक मामले में नोटिस भेजा है.दरअसल यह नोटिस औरैया में हुई दुर्घटना के बाद इसकी चपेट में पड़े घायलों को मृतकों के शवों के साथ एक सवारी में ले जाने के कारण जारी किया गया है.आयोग ने इसे बेहद अनैतिक एवं अमानवीय रवैया बताया है.
National Human Rights Commission has issued a notice to the state Chief Secretary after taking suo motu cognizance of media reports that bodies of Auraiya road accident victims were being carried along with injured migrant labourers in the same vehicle by the authorities on May16
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 22, 2020
औरैया हादसे के बाद यह तस्वीर काफी वायरल हुई थी जिसमें दुर्घटना के शिकार घायलों को शवों के साथ एक ही गाड़ी में देखा जा रहा था.वायरल तस्वीरों में शवों और घायलों के बीच में बेहद कम दूरी थी.जहां एक तरफ काली प्लास्टिक से लिपटे शव रखे थे वहीं पास में घायल मजदूरों को जगह दी गई थी.तस्वीरें जब वायरल हो गई थी तो आनन-फानन में शवों को एंबुलेंस से भेजा था.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मीडिया में फैल रही इस तस्वीर को ही आधार बनाया है और स्वत: संज्ञान लेकर मुख्य सचिव को नोटिस भेजी है.आयोग ने कहा कि ऐसे में जब श्रमिक घायल थे, उन्हें शारीरिक कष्ट तो था लेकिन शवों के साथ वाहन में बैठाने पर उन्हें मानसिक यातना भी हुई. औरैया का पुलिस प्रशासन हालात से संजीदगी से निपटने में न केवल नाकाम साबित हुआ बल्कि उसने गरीब श्रमिकों के जीवन जीने के अधिकारों का भी हनन किया.
बता दें कि यूपी के औरैया में 16 मई की सुबह एक ट्रक और डीसीएम की टक्कर में 28 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई थी जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.