कोरोना वायरस (Coronavirus) से निपटने के लिए देशभर में हुए लॉकडाउन (LockDown) ने कई लोगों की हालत खस्ता कर दी है. कई सितारों को आर्थिक तंगी से भी जूझना पड़ रहा है. अब मशहूर अभिनेता सतीश कौल (Satish Kaul) ऐसी ही स्थिति में फंस गए हैं. दिग्गज पंजाबी स्टार सतीश कौल जिन्होंने महाभारत सहित कई हिंदी फिल्मों और शो में अभिनय किया था. उनका कहना है कि वर्तमान में उन्हें वित्तीय संकटों का सामना करना पड़ रहा है और राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन ने उनके लिए स्थिति बदतर बना दी है.
अभिनेता ने 300 से अधिक पंजाबी और हिंदी फिल्मों में काम किया है और महाभारत में भगवान इंद्र की भूमिका निभाई है. हालांकि उन्होंने साफ किया कि वह वृद्धाश्रम में नहीं हैं.
सतीश कौल ने कहा,“मैं लुधियाना में एक छोटे से किराए के घर पर रह रहा हूं. मैं पहले एक वृद्धाश्रम में रह रहा था. मेरा स्वास्थ्य ठीक है. लेकिन लॉकडाउन ने मामलों को और बदतर बना दिया है. मैं दवाओं, किराने का सामान और बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष कर रहा हूं. मैं उद्योग जगत के लोगों से मेरी मदद करने की अपील करता हूं. एक अभिनेता के रूप में मुझे बहुत प्यार मिला, मुझे अब एक इंसान के रूप में कुछ ध्यान देने की जरूरत है.’
73 वर्षीय अभिनेता ने ‘प्यार तो होना ही था’, ‘आंटी नंबर 1’ और विक्रम और बेताल जैसी फिल्मों में भी काम किया है. बता दें कि सतीश कौल मुंबई से पंजाब चले गए थे और उन्होंने 2011 के आसपास एक अभिनय स्कूल शुरू किया था. अभिनेता ने कहा कि यह परियोजना सफल नहीं ररही थी. इसके बाद में जो भी काम मैं कर रहा था वह 2015 में मेरी कूल्हे की हड्डी के टूटने के बाद प्रभावित हुई. ढाई साल तक मैं अस्पताल में बिस्तर पर था. फिर मुझे एक वृद्धाश्रम में जांच करानी पड़ी जहां मैं दो साल तक रहा.”
उन्होंने कहा कि, वह आभारी हैं कि लोगों ने उन्हें बहुत प्यार दिया जब वह फेमस थे और अब उन्हें लोग भूल गए हैं तो यह भी ठीक है. मुझे बहुत प्यार मिला और मैं आभारी हूं. मैं हमेशा के लिए दर्शकों का ऋणी रहूंगा. अभिनय की आग मुझमें अभी भी जीवित है. यह खत्म नहीं हुआ है काश कोई मुझे आज भी कोई रोल देता, कोई भूमिका देता, और मैं उसे कर लेता. मैं फिर से अभिनय करने के लिए उत्सुक हूं.’