वाशिंगटन : कोरोना वायरस महामारी के कारण वैश्विक आर्थिक मंदी के बीच विदेशी निवेशकों ने एशियाई अर्थव्यवस्थाओं से लगभग 26 अरब अमरीकी डालर और भारत से 16 अरब अमरीकी डालर निकाले. अमेरिकी कांग्रेस की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई. अमेरिकी कांग्रेस के स्वतंत्र शोध केंद्र ने कोविड-19 के वैश्विक आर्थिक प्रभावों के बारे में अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा, ‘‘विदेशी निवेशकों ने विकासशील एशियाई अर्थव्यवस्थाओं से लगभग 26 अरब डॉलर और भारत से 16 अरब डॉलर से अधिक राशि बाहर निकाली.”
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूरोप में जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन और इटली में तीन करोड़ से अधिक लोगों ने सरकारी सहायता के लिए आवेदन किया है. वर्ष 2020 की पहली तिमाही के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि यूरोक्षेत्र की अर्थव्यवस्था में 3.8 प्रतिशत की कमी हुई है, 1995 से अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है.
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में 2020 की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद में 4.8 प्रतिशत की गिरावट आई है, जो 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद सबसे बड़ी गिरावट है. शोध केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार लगभग सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं कोरोना वायरस के प्रकोप से नुकसान में हैं, लेकिन केवल तीन देशों चीन, भारत और इंडोनेशिया की विकास दर 2020 में सकारात्मक रहने का अनुमान है.