Bhojpuri Song, Bihar coronavirus news: बिहार के समस्तीपुर (Samastipur News) में क्वॉरेंटिन सेंटर में एक अलग ही नजारा देखने को मिला. दरअसल, विभूतिपुर प्रखंड के ग्राम पंचायत राज देसरी कर्रख स्थित कोरेंटिन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूरों ने सोमवार को भोजपुरी गीतों (Bhojpuri Gana) पर झूमे और जमकर ठुमके लगाये. क्वॉरेंटिन सेंटर्स में देर रात हुए इस मनोरंजन कार्यक्रम का वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि लोग कैसे सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
इस कार्यक्रम को लेकर मध्य विद्यालय कर्रख परिसर में स्टेज और लाईट की व्यवस्था के साथ-साथ बाहर से साजिंदा और नर्तक भी बुलाये गये थे. बताया जाता है कि क्वॉरेंटिन सेंटर में रह रहे मजदूरों ने मुखिया पति से सेंटर पर मनोरंजन की व्यवस्था करने का अनुरोध किया. इसी बीच एक वार्ड सदस्य ने उत्साह में वह सब कुछ व्यवस्था कर डाली, जिसने लॉकडॉउन-4 की धज्जियां उड़ा दी. आसपास के लोंगों ने भी नाच का जमकर लुफ्त उठाया.
Women performers regale a crowd at a quarantine centre in Bihar's Samastipur district. Local admin trying to figure out how this entertainment was outsourced. pic.twitter.com/y5FeLVj9yd
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) May 19, 2020
जानकारों की माने तो क्वॉरेंटिन सेंटर पर नरेश सदा नाम का एक व्यक्ति प्रवास कर रहा है, जो एक रामलीला पार्टी में पहले काम करता था. यह कार्यक्रम उसी के कहने पर पंचायत प्रतिनिधियों ने आयोजित की थी. ज्यों-ज्यों रात बढ़ती गयी भोजपुरी अश्लील गीतों का साउंड भी बढ़ता गया. लेकिन, मामला तब जाकर फंस गया, जब दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों ने इस प्रोग्राम का फोटो और वीडियो वायरल कर दिया. मुखिया पति ललन पासवान की मानें, तो सेंटर में बाहर के किसी भी लोग की कार्यक्रम में भागीदारी नही हुई थी. यहां रह रहे प्रवासी मजदूरों के बीच मनोरंजन को लेकर यह कार्यक्रम हुआ था. स्कूल के एचएम सह सेंटर प्रभारी राजकिशोर बताते हैं, यह कार्यक्रम किसके आदेश पर हुआ, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है. कोरोना संक्रमण से जुड़ी हर Breaking News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
इस संबंध में पुछे जाने पर अंचलाधिकारी उदय कांत मिश्र ने बताया कि केन्द्र प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगी गयी है. साथ ही सरकार के निर्देशानुसार अनुशासनहीनता के आरोप में सेंटर पर रहने वाले मजदूरों को मिलने वाले लाभ से भी वंचित किया जा सकता है. इस बात को लेकर अभी विमर्श किया जा रहा है. अभी क्वॉरेंटिन सेंटर कर्रख में 82 प्रवासी मजदूर रह रहे हैं. इनकी सारी व्यवस्था स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने उठा रखी है.