भागलपुर : भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय ने मंगलवार को स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की रेटिंग जारी की. इसमें भागलपुर नगर निगम की बात तो दूर, पूरा बिहार सीन में कहीं नहीं है. प्रमंडलीय मुख्यालय में बसा भागलपुर नगर निगम में सफाई को लेकर लगातार उठती मांग के बावजूद निगम प्रशासन के लिए यह आइना से कम नहीं है. खास बात यह कि मंत्रालय ने जो रिपोर्ट जारी की है, उसमें एक रेटिंग वाले शहरों को शामिल किया गया है, लेकिन इसमें भी भागलपुर नगर निगम नहीं है.
भागलपुर नगर निगम सफाई के मामले में खुद को निचले पायदान पर भी खड़ा नहीं रख पाया. मंत्रालय ने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के मूल्यांकन के लिए गार्बेज फ्री स्टार रेटिंग की शुरुआत की थी. इस रेटिंग में 1435 नगर निकायों ने आवेदन किया था. चयनित शहरों का भ्रमण के आधार पर मूल्यांकन किया गया. इसके बाद जारी किये गये परिणाम भागलपुर के लिए बेहद खराब साबित हुआ. परिणाम में कुल 141 नगर निकायों को स्टार ग्रेडिंग दी गयी है. फाइव स्टार रेटिंग में इंदौर, मैसूर, सूरत, राजकोट, नवी मुंबई और अंबिकापुर शामिल है. देश के 65 शहरों को थ्री स्टार ग्रेडिंग और 70 शहरों को एक स्टार ग्रेडिंग दी गयी है.