रांची : नागपुर से 1243 मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन रविवार की सुबह 9:52 बजे हटिया स्टेशन पहुंची. कई श्रमिकों के साथ उनके परिवार के सदस्य भी थे. इनमें छोटे-छोटे बच्चे भी थे. हटिया स्टेशन पर उतरते ही श्रमिकों का स्वागत किया गया और स्क्रीनिंग के बाद उन्हें कौन सी बस में बैठना है, इसकी जानकारी दी गयी. संबंधित बसों के पास पहुंचने पर मौजूद प्रभारियों ने श्रमिकों का नाम व मोबाइल नंबर नोट किया और उन्हें बसों में बैठाया. इसके बाद बस गंतव्य के लिए रवाना हो गयी.कहां के कितने श्रमिक थे.
श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आनेवालों में
रांची के 199, बोकारो के 56, चतरा के 17, देवघर के 02, धनबाद के 07, दुमका के 19, गोड्डा के 27, खूंटी के 11, लातेहार के 89, लोहरदगा के 14, रामगढ़ के 19, गढ़वा के 218, गिरिडीह के 22, पलामू के 277, पाकुड़ के 20, साहिबगंज के 13, हजारीबाग के 108, सिमडेगा के 03, सरायकेला के 14, कोडरमा के 11, जमशेदपुर के 12, गुमला के 25 और पश्चिमी सिंहभूम के 60 प्रवासी मजदूर थे.
मजदूरों ने कहा : यहीं काम मिल जाये, तो बाहर नहीं जायेंगेहटिया स्टेशन से बाहर आये श्रमिकों ने कहा कि उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई. ट्रेन में खाना-पीना अच्छा मिला और स्टेशन पर उतरने के बाद नाश्ता व शीतल पेय दिया गया. हम अपने राज्य में आकर खुश हैं. यहीं काम मिल जाये, तो कभी बाहर नहीं जायेंगे. रामगढ़ जिला के गोला स्थित छोटकी पौनी गांव के रोहित कुमार ने कहा कि वह चंद्रपुर में 15 सालों से गाड़ी चलाने का काम कर रहे हैं. यदि उन्हें झारखंड में काम मिल जाये, तो वह कहीं नहीं जायेंगे.
रामगढ़ के हेहल चैनगढ़ा निवासी बजरंग बेरिया, बोकारो के पिंडराजोरा निवासी इमामुल अंसारी, बोकारो के सियाल जोड़ा निवासी अनवर अंसारी, चतरा के टंडवा ब्लॉक के काढ़मदिरी निवासी सुमैना देवी व अन्य मजदूरों ने कहा कि हम सभी नागपुर में ड्राइवर व कारपेंटर का काम करते हैं. अगर सरकार यहीं पर रोजगार की व्यवस्था करे, तो हम कभी नागपुर नहीं जायेंगे.