रांची : ग्रामीण विकास विभाग ने नीलांबर-पीतांबर जल समृद्धि योजना में पांच साल में 1200 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना तैयार की है. इस पंचवर्षीय येाजना की सबसे बड़ी खासियत है कि कुल लागत की 90 प्रतिशत राशि सिर्फ मजदूरी मद में खर्च की जायेगी. यानी 1080 करोड़ रुपये मजदूरों की झोली में जायेंगे. इससे 10 करोड़ मानव कार्य दिवस का सृजन होगा. मजदूरों को तत्काल रोजगार दिया जायेगा.
यानी रोजगार का बड़ा अवसर इसमें मिलेगा.जल संरक्षण और बंजर भूमि पर होगा कामयोजना के तहत जल संरक्षण से जुड़े कार्य कराये जायेंगे. भविष्य के लिए जल एकत्र किया जायेगा, ताकि खेतों को पानी मिल सके. ऊपरी जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ाने पर काम होगा. विभागीय पदाधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही जल संरक्षण के विभिन्न संरचनाओं का निर्माण कराया जायेगा. इससे राज्य की वार्षिक जल संरक्षण क्षमता में पांच लाख करोड़ लीटर की वृद्धि होगी. पांच लाख एकड़ बंजर भूमि का ट्रीटमेंट कर खेती योग्य बनाना है. भूमिगत जलस्तर ठीक किया जायेगा.