पटना : कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए केंद्रीय कारागार बेऊर से अब तक 800 कैदियों को दूसरे जिलों में शिफ्ट किया जा चुका है. इसमें अधिकांश कैदियों को फुलवारीशरीफ उपकारा में शिफ्ट किया गया है, जबकि हार्डकोर क्रिमिनल को भागलपुर केंद्रीय कारागार में शिफ्ट किया गया है. जेल में भीड़-भाड़ कम करने के लिए कारागार प्रशासन ने यह निर्णय लिया और बेउर जेल में क्षमता से अधिक बंद कैदियों को दूसरे जिलों में धीरे-धीरे शिफ्ट कर दिया गया है.
इसके अलावा जेल में साफ सफाई का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. जेल में मौजूद बैरक के शौचालय को भी साफ सुथरा रखा जा रहा है. कैदियों के स्वास्थ्य पर भी जेल प्रशासन की नजर है. तबीयत खराब की सूचना मिलने पर तत्काल जेल प्रशासन द्वारा जांच करवायी जा रहा है. जेल प्रशासन पूरी तरह से संक्रमण को लेकर अलर्ट है. शिफ्टिंग के बाद बेउर जेल में अभी 3300 और कैदी मौजूद हैं. जेल अधीक्षक जवाहरलाल प्रभाकर ने बताया कि अभी तक 800 कैदी शिफ्ट किये गये हैं. आदेश आयेगा तो फिर से शिफ्टिंग का कार्य किया जायेगा.
संक्रमण के खतरे को देखते हुए जेल में बंद हो गयी है कैदियों से मुलाकात
लॉक डाउन होने के बाद संक्रमण के खतरे को देखते हुए जेल प्रशासन ने मुलाकात की प्रक्रिया को बंद कर दिया है. पिछले दो महीने से जेल में बंद विचाराधीन कैदियों से उनके परिजन मिल नहीं पाये हैं. कैदियों को संक्रमण से बचाने के लिए यह उपाय किया गया था. क्योंकि एक बार जेल में संक्रमण फैल जाने के बाद इस पर काबू पाना मुश्किल हो जायेगा.
जेल में की गयी है मास्क एवं सैनिटाइजर की व्यवस्था
बेऊर जेल में कैदियों को सुरक्षित रखने के लिए मास्क का वितरण किया गया है. इसके अलावा सैनिटाइजर का भी प्रबंध है. आवश्यकता अनुसार कैदी सैनिटाइजर और मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं. जेल में तैनात बंदी रक्षक एवं अधिकारी भी कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए पूरी तरह से सावधानी बरत रहे हैं.