पटना : कोरोना ने बिहार पुलिस की मुश्किल बढ़ा दी हैं. एक महिला आइपीएस के घर में कार्यरत रसोइया संक्रमित पायी गयी है. इससे संक्रमण की एक नयी चेन बनने का अंदेशा है. आइपीएस अधिकारी के परिवार के लोगों स्क्रीनिंग की जा चुकी है. उनकी गुरुवार की शाम तक टेस्ट रिपोर्ट नहीं मिली थी. बीएमपी वन की इस कर्मचारी की आइपीएस के यहां खाना बनाने के लिए प्रतिनियुक्ति थी. कर्मचारी आशियाना मोड़ के पास रहती है. ड्यूटी पर आते-जाते रास्ते में गृह रक्षा वाहिनी मुख्यालय के लोगों से संवाद होता रहता था.
पूरे राज्य में बिहार पुलिस परिचारी संवर्ग में कोरोना का यह पहला मामला है. गौरतलब है कि राज्य के कुछ जिलों में पुलिस लाइन में रहने वाले पुलिस कर्मी संक्रमित पाये गये थे. इसके बाद बीएमपी में 20 जवान कोरोना संक्रमित पाये गये. इनमें एक आइपीएस अधिकारी का बॉडीगार्ड भी है.अफसर बरत रहे विशेष एहतियातआइपीएस अधिकारी के बॉडीगार्ड के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद पुलिस अफसरों ने विशेष एहतियात बरतना शुरू कर दिया है. कुछ आइपीएस ने अपने आवासीय परिसर में अस्थायी गार्ड रूम बना दिये हैं. उनके अंगरक्षक आवास परिसर में ही रह रहे हैं.
भोजन पानी का भी साहब ने इंतजाम कर दिया है. कुछ अधिकारी ने अपने आवास पर ही स्क्रीनिंग के इंतजाम कर लिये हैं. बॉडीगार्ड अथवा बाहर से आने वाले पुलिस कर्मी को स्क्रीनिंग के बाद ही अंदर प्रवेश होता है. फ्रंटलाइन पुलिस कर्मियों को उपलब्ध कराया जा रहा फेस प्रोटेक्टरपुलिस मुख्यालय ने सभी जोनल आइजी-डीआइजी को निर्देश दिये थे कि वह कोरोना संक्रमण से बचाने के लिये सुरक्षा उपकरण-वितरण और अन्य इंतजाम की मॉनीटरिंग करें. एक रेंज आइजी ने प्रभात खबर को बताया कि सुरक्षा उपकरण सभी पुलिस कर्मियों तक नहीं पहुंचने की कुछ सूचनाएं मिल रही हैं. मुख्यालय स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं कि फ्रंटलाइन पर तैनात पुलिस कर्मी को फेस प्रोटेक्टर सहित पूरी कोरोना सुरक्षा किट उपलब्ध करा दी जाये.