देश के बैंकों से हजारों करोड़ रुपए लेकर फरार शराब कारोबारी विजय माल्या केंद्र सरकार से गुहार लगायी है. भारत में अपने प्रत्यर्पण की लड़ाई लड़ रहे विजय माल्या ने गुरुवार को सरकार से 100 प्रतिशत कर्ज चुकाने के उनके प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए कहा है. साथ ही सरकार से उनके खिलाफ मामले बंद करने की अपील भी की. माल्या ने हाल में घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज पर भारत सरकार को बधाई देते हुए अफसोस जताया कि उनके बकाया चुकाने के प्रस्तावों को बार-बार नजरअंदाज किया गया.
मल्या ने ट्वीट किया, कोविड-19 राहत पैकेज के लिए सरकार को बधाई. वे जितना चाहें उतने नोट छाप सकते हैं, लेकिन क्या मेरे जैसे छोटे योगदानकर्ता की अनदेखी करनी चाहिए, जो सरकार के स्वामित्व वाले बैंक से लिया गया 100% कर्ज वापस करना चाहता है. माल्या बंद हो चुकी विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक हैं, और 9,000 करोड़ रुपये के कथित धोखाधड़ी और धन शोधन मामले में उनकी तलाश है. उन्होंने कहा, कृपया बिना किसी शर्त मुझसे धन लीजिए और (मामले को) बंद कीजिए.
इस महीने की शुरुआत में माल्या ने भारत प्रत्यर्पण के लिए लंदन हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी. इससे पहले एक बार विजय माल्या को हिरासत में भी लिया जा चुका था, लेकिन अभी वह ज़मानत पर है.बता दें कि इससे पहले भी विजय माल्या की ओर से कई बार ऐसे ट्वीट किए जा चुके हैं जिसमें उसने अपील की है कि वह बैंक से लिया हुआ सारा पैसा चुकाना चाहता है
.विजय माल्या महामारी के इस समय सचमुच सरकार की मदद करना चाहते हैं या फिर वो तफ़री ले रहे हैं, यह समझना मुश्किल है. लेकिन सरकार उनकी बात सुनेगी यह संभव नहीं लगता है.इधर, विजय माल्या के ट्वीट पर यूजर्स ने तरह तरह के कमेंट किए..