खरसावां : केंद्रीय मंत्री एवं खूंटी के सांसद अर्जुन मुंडा ने कहा है कि किसानों को धान का बीज समय पर उपलब्ध हो, इसके लिए वे पहल करेंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन लगाना पड़ा, जिससे चीजें असामान्य हो गयी हैं. इसे पटरी पर लाने की कवायद चल रही है. श्री मुंडा सोमवार को नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये खरसावां विधानसभा के जिला, मंडल और पंचायत स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत कर रहे थे. पढ़िए शचीन्द्र कुमार दाश की रिपोर्ट.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कार्यकर्ताओं से क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जानकारी ली. श्री मुंडा ने कहा कि लॉक डाउन समाप्त होने के बाद समस्याएं बढ़ने वाली हैं. बेरोजगारी की समस्या आएगी, क्योंकि जो प्रवासी मजदूर लौट रहे हैं, उन्हें रोजगार की जरूरत होगी. इस समस्या के निराकरण के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम करेगी, लेकिन कार्यकर्ताओं को भी इस समय क्या नया अवसर हो सकता है, इस पर सोचना होगा. कार्यकर्ताओं ने मनरेगा के तहत छोटी योजनाओं को चालू करने की मांग की. श्री मुंडा ने कहा कि ग्रामीणों को “अपना खेत-अपना पानी”के सिद्धांत पर विचार करना होगा. साथ ही सफल सिंचाई योजनाओं के बारे में सोचना होगा.
श्री मुंडा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण पूरे विश्व में एक व्यापक बदलाव होने जा रहा है. इसलिए हमें दूरगामी सोच के साथ नये सिरे से सोचना और काम करना पड़ेगा. यह बहुत चुनौतीपूर्ण है. हमें मानसिक रूप से इसके लिए तैयार होना पड़ेगा. कार्यकर्ताओं ने कहा कि जो प्रवासी मजदूर लौट रहे हैं, उससे गांव में थोड़ा भय का वातावरण है. जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनमें से कुछ लोगों को राशन नहीं मिल रही है. राशन में दाल के टेंडर में गड़बड़ी की भी शिकायत सांसद से की गयी. कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव, सांसद प्रतिनिधि विजय महतो, प्रदीप सिंहदेव, मंगल सिंह जामुदा, इंद्रजीत उरांव, निर्मल आचार्य, अमित केशरी, बिमल कुमार, अशोक महतो, मनोहर महतो, सिद्धेश्वर बानरा समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल हुए.