पटना : पटना जिले में अब कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जांच में तेजी लायी गयी है. अब हर क्वारेंटिन सेंटर के 10 लोगों की जांच के लिए सैंपल लेना होगा. इसमें प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले उन लोगों का सैंपल लेना है, जिन्हें डायबिटीज, किडनी, लीवर, ब्लड प्रेशर, अस्थमा आदि की बीमारी है. इसके साथ ही जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द देने का निर्देश दिया गया है. पटना जिला में फिलहाल 35 क्वारेंटिन सेंटर शुरू हो चुके हैं और उसमें बिहार के बाहर से आये लोगों को रखा गया है.
इसकी निगरानी करने की जिम्मेदारी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी व थानाध्यक्षों को दिया गया है. इसके साथ ही स्थानीय पीएचसी के प्रभारी को नोडल ऑफिसर बनाया गया है. प्रतिदिन क्वारेंटिन सेंटर पर दस लोगों के जांच सैंपल लेने की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने व स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ समन्वय स्थापित करने की जिम्मेदारी नोडल ऑफिसर को दी गयी है. प्रतिदिन दस लोगों की जांच कराते हुए क्वारेंटिन सेंटर के तमाम लोगों की जांच करा ली जायेगी. क्यों की गयी है यह व्यवस्थायह व्यवस्था इसलिए की गयी है क्योंकि कोरोना वायरस के लक्षण 14 दिनों तक आ सकते हैं. इसके साथ ही बीमार लोगों को ज्यादा संक्रमित करते हैं. अभी तक वैसे लोगों को ही कोरोना का संक्रमण हुआ, जिन्हें पहले से कुछ न कुछ बीमारी थी.