नयी दिल्ली : लॉकडाउन के कारण विदेश में फसे भारतीयों को स्वदेश लाने का अभियान वंदे भारत मिशन(Vande Bharat misson) की गुरूवार से शुरूआत हो गयी.इस अभियान के तहत दुनिया के अलग-अलग कोनों में फसे भारतीय को वापस लाने का काम किया जा रहा है.कोरोना सकंट में इस मिशन के तहत गुरूवार 1200 से ज्यादा भारतीय स्वदेश लौटे.वहीं दूसरी ओर समुद्रसेतु मिशन के तहत भारतीय नेवी का जहाज 750 भारतीयों को लेकर आज लौटा. ये लोग मालदीव से कोच्चि लाए गए हैं.समुद्रसेतु भी वंदेभारत का ही हिस्सा है.
गौरतलब है कि भारत सरकार ने ल़ॉकडाउन के कारण विदेश में फसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए वंदे भारत मिशन की शुरूआत की है, जिसके तहत एयर इंडिया 7 से 13 मई तक 12 देशों के लिए 64 उड़ानों का संचालन करके विदेश में फसे भारतीय को वापस लाएगी.
इस अभियान के तहत आज सिंगापुर से एयर इंडिया की फ्लाइट 234 भारतीयों को लापस लायी.इन्हें दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड करवाया गया.इसके साथ ही अभियान के पहले दिन अबुधाबी से 177 यात्रियों और 4 नवजातों को कोच्चि लैंड करवाया गया था. फिर दूसरी फ्लाइट 177 भारतीयों और 5 नवजातों को लेकर दुबई से कोझिकोड आयी.
लॉकडाउन की वजह से पड़ोसी देश बांग्लादेश में फंसे 168 भारतीय छात्रों का पहला जत्था एयर इंडिया के एक विशेष विमान से शुक्रवार को स्वदेश रवाना हुआ. यह विमान सीधे श्रीनगर हवाई अड्डे पहुंचेगा. इन छात्रों को भी ‘अभियान वंदे भारत-स्वदेश वापसी’ के तहत लाया जा रहा है.
बता दें, भारत सरकार ने अपने आदेश में पहले ही बता दिया था कि विदेशों से वापस आने वाले भारतीयों को अपना किराया देना होगा.अमेरिका से आने वाले भारतीयों को किराए के 1 लाख रूपये देने होंगे.ब्रिटेन से आने वालों को 50 हजार रूपये.इसी तरह बांग्लादेश से दिल्ली आने वालों से 12 हजार रुपये और वहां से कोचि जाने वालों से 15 हजार किराया वसूला जाएगा. इसी तरह खाडी देशों से आने वाले भारतीयों का किराया 15 हजार रुपये से शुरू होगा.
पहले दिन आबू धाबी, दुबई, रियाद, दोहा, लंदन, सैन फ्रैंसिस्को, सिंगापुर, कुआलालंपुर, ढाका और मनीला से 2300 भारतीयों को लाया जाएगा. दूसरे दिन यानी 8 मई को बहरीन और कुवैत से करीब 2 हजार भारतीयों को लाया जाएगा. तीसरे दिन भी इतनी ही तादाद में भारतीयों को लाया जाएगा. चौथे दिन करीब वॉशिंगटन समेत कई जगहों से 1800 भारतीयों को लाया जाएगा. इसी तरह पांचवें दिन 2 हजार से थोड़े ज्यादा भारतीयों को लाया जाएगा. इसमें सऊदी अरब में रह रहे भारतीय भी शामिल होंगे. छठे दिन 2500 भारतीयों और सातवें दिन करीब 2 हजार भारतीयों को लाने का प्लान है.