नयी दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लॉकडाउन के बाद दूसरी बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार पर हमला बोला है. राहुल ने लॉकडाउन बढ़ाने से लेकर राज्यों से बिना बातचीत किये रेड जोन घोषित करने पर भी निशाना साधा है. राहुल ने कहा कि केंद्र सरकार कोरोना से लड़ाई में राज्य सरकारों से राय नहीं लेती है. राहुल ने कहा कि सरकार को चाहिए कि देश के 50 प्रतिशत गरीब को सात-सात हजार रुपये दें, इससे सरकार के कोष से सिर्फ 65 हजार करोड़ रुपये खर्च होगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के शुरूआत में राहुल ने कहा, हम सरकार को अपने कुछ सुझावों के बारे में पार्टी में आंतरिक चर्चा कर रहे हैं. मैं सरकार की मदद करने के इरादे से कुछ विचार आपके साथ साझा करना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि अब हम 45 दिनों से लॉकडाउन में हैं और परेशानी होने लगी है. इसलिए सरकार को चाहिए कि लॉकडाउन खत्म करने पर विचार करें. रणनीति तैयार करे.
राहुल ने आगे कहा, एक बहुत ही मजबूत भावना है- बिना देरी के MSMEs के लिए पैकेज, गरीबों को पैसा. हमारे प्रवासियों के लिए एक रणनीति बनाएं और लॉकडाउन खोलने के लिए ठीक से तैयारी शुरू करें. उन्होंने आगे कहा कि सरकार को अब अपने कार्यों में थोड़ी पारदर्शिता बरतने की जरूरत है. लॉकडाउन खोलने के लिए मापदंडों को समझने की जरूरत है. मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि सरकार भारत के लोगों से उन मापदंडों के बारे में बताएं, जिनका उपयोग वो करेंगे.
पीएम केयर फंड पर सवाल उठाया– राहुल गांधी ने कोरोना से लड़ने के लिए बनें पीएम केयर फंड के पारदर्शिता पर सवाल उठाया. राहुल ने कहा कि पीएम केयर फंड का ऑडिट होना चाहिए. सरकार को चाहिए कि वो पीएम केयर फंड का ऑडिट कर बताये कि किसने पैसे दिये और वो कहां खर्च हुआ?
आरोग्य सेतु ऐप पर निशाना– राहुल गांधी ने कोविड-19 के लिए बनाये गये आरोग्य सेतु ऐप पर निशाना साधा है. राहुल ने कहा कि ‘आरोग्य सेतु’ ऐप को हैकर्स ने क्रैक कर दिया है ये लोग जानते हैं. मेरा मुख्य मुद्दा है कि उसका इंटरनल प्रोग्राम सबको खोल कर दिखा दीजिए. मेरा कहना है कि आप पारदर्शिता लाइए फिर आप ऐप चलाना चाहते हैं तो चला सकते हैं.