पटना / फुलवारीशरीफ : शास्त्रीनगर थाने के राजाबाजार मछली गली इलाके में एक पति ने अपनी पत्नी व दूधमुंहे बच्चे को कोरोना वायरस संक्रमित होने का आरोप लगाते हुए घर से बाहर निकाल दिया. यह घटना दो दिन पहले की है. पत्नी अपने बच्चे को लेकर दो दिनों से मुहल्ले में ही ठोकरें खा रही थी और लोगों की दया पर खुद व अपने बच्चे का पेट भर रही थी. इसी बीच महिला की एक मीडियाकर्मी से मुलाकात हो गयी. उसकी कहानी सुनकर मीडियाकर्मी अचंभित हो गये और तुरंत ही शास्त्रीनगर थाना को मामले की जानकारी दी.
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला को उसके घर में प्रवेश कराया. इसके साथ ही घर के मालिक, पति व अन्य को फटकार भी लगायी. इसके पूर्व स्थानीय पत्रकार उमेश सिंह व विधानंद रघुरामपूरी ने महिला और उसके बच्चे को खाना खिलाया. कोरोना वायरस की आड़ में पत्नी को अपने से अलग करने की कोशिश जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण का फायदा उठा कर पति ने अपनी पत्नी को घर से बाहर निकाल दिया. इस कार्य में मकान के अन्य लोगों ने भी सहयोग किया.
किसी ने इस बात का विरोध नहीं किया. बताया जाता है कि पति और पत्नी के बीच पारिवारिक कलह पूर्व से चल रहा था. महिला ने बताया कि उस पर पति ने कोरोना वायरस से संक्रमित होने का आरोप लगाया था और घर से निकाल दिया था. महिला ने घटना के संबंध में पूरी जानकारी दी और कहा कि पति हमेशा अच्छा खाना नहीं होने का ताना मारते थे. दो दिन पहले भी खाना को देख कर भड़क गये और शिकायत करने लगे. इस पर उसने गुस्से में जवाब दे दिया कि वे खुद खाना बना ले.
इसके बाद पति ने अन्य लोगों की मदद से उसे घर से बाहर निकाल दिया. महिला ने सवाल उठाया कि वह अपने पति के साथ ही रह रही है और कहीं गयी भी नहीं है तो वह कोरोना वायरस से संक्रमित कैसे हो गयी है? महिला ने बताया कि एक सप्ताह पहले भी पति ने उसे घर से बच्चे के साथ जबरन निकाल दिया था. शास्त्रीनगर थानाध्यक्ष विमलेंदू ने बताया कि महिला को घर में प्रवेश करा दिया गया है.
इसके साथ ही पति व अन्य लोगों को फिर से ऐसा नहीं करने की हिदायत दी गयी है. अगर इसके बाद भी नहीं मानेंगे तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी. फिलहाल पति अपनी पत्नी को रखने के लिए मान गया है, इसलिए किसी प्रकार का केस दर्ज नहीं किया गया है.