नयी दिल्ली : कोरोनावायरस और लॉकडाउन संकट के कारण दूसरे मुल्कों में फंसे भारतीय को लाने की तैयारी केंद्र सरकार ने शुरू कर दी है. 7 मई से इस संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी, जो चरणबद्ध तरीके से चलेगी. इस अभियान से तकरीबन 1.90 लाख भारतीय वापस अपने घर आ सकेंगें.
हिन्दुस्तान टाइम्स ने अधिकारियों के हवाले से बताया है कि सरकार पहले फेज में 1.90 लाख लोगों को लायेगी. पहला फेज 7 मई से 14 मई तक चलेगा. पहले फेज के लोगों को सेटल के बाद ही सरकारी दूसरी फेज की तैयारी शुरू करेगी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट कर बताया कि केंद्र सरकार ने फैसला किया है कि 7 मई से विदेश में फंसे लोगों को लाया जायेगा. इसको लेकर सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है. लोगों को लाने के लिए वायुसेना के विमान का इस्तेमाल किया जायेगा.
Also Read: POK छोड़ो वरना गंभीर परिणाम होंगे.. भारत ने पाकिस्तान को दी चेतावनी, फिर वहां से आया ये जवाब…
देना होगा टिकट का किराया– केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि लोगों को आने के लिए सुविधा तो सरकार देगी, लेकिन उन्हें भुगतान खुद करना होगा. लोगों को आने के लिए टिकट का किराया खुद भरना पड़ेगा.
हेल्थ चेकअप के बाद ही परमिशन- सरकार ने बताया कि विदेश से जो भी लोगों को लाया जायेगा उनका पहले स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा हेल्थ चेकअप किया जायेगा. हेल्थ चेकअप में जो स्वस्थ होंगे उन्हें ही परमिशन दिया जायेगा. इसके आलावा भारत आने के बाद भी उनका हेल्थ स्क्रीनिंग की जायेगी. साथ ही उन्हें अपने राज्य में 14 दिन तक क्वारेंटाइन में रखा जायेगा.
डीटेल जानकारी जल्द करेगी जारी– सरकार ने बताया कि लोगों को लाने और ले जाने के लिए विमान मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय मिलकर जल्दी ही एक डीटेल जानकारी साझा करेगी. डीटेल के बाद एक ऑनलाइन फॉर्म जारी किया जायेगा.
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार 12 फ्लाइट चलाने की तैयारी में है. इनमें अधिकतर फ्लाइट गाड़ी देशों के लिए चलाया जायेगा. साथ ही सरकार ने 10 राज्यों को चिह्नित कर लिया है, जिन राज्यों के लोग फंसे हुए हैं. वहीं केरल के वित्त मंत्री ने कहा है कि हमें उम्मीद है कि सरकार के केरल के पांच लाख लोगों को वापस लायेगी.