कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित 20 जिलों में केंद्र सरकार ने केंद्रीय स्वास्थ्य टीम भेजने का फैसला किया है. अलग-अलग टीम सभी प्रभावित जिलों में जायेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार टीमें तैयार कर ली गई हैं और उन्हें उनके लिए निर्धारित जिलों में भेजा जा रहा है. जिन जिलों में ये टीमें भेजी जा रही हैं, उनमें उत्तर प्रदेश के आगरा एवं लखनऊ के अलावा दिल्ली के दक्षिण पूर्व और मध्य जिला भी शामिल है. यह केंद्रीय टीम कोरोना संक्रमण की रोकथाम में राज्य सरकार की मदद प्रदान करेंगी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के अनुसार उत्तर प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों के जिलों में भी केंद्रीय स्वास्थ्य टीम भेजी गयी है. सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, थाणे में केंद्रीय टीम भेजी गयी है. गुजरात में अहमदाबाद, सूरत, बड़ोदरा, राजस्थान में जयपुर और जोधपुर, तमिलनाडु में चेन्नई, तेलंगाना में हैदराबाद, पश्चिम बंगाल में कोलकात्ता, आंध्र प्रदेश में कुरनूल, गुंटूर तथा कृष्णा जिला में स्वास्थ्य टीम भेजी गयी है.
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 139 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. इनमें अकेले आगरा के सिर्फ 46 मामले हैं. इस तरह यूपी में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 2645 तक पहुंच गई है. अब तक कोरोना से उत्तर प्रदेश में 43 लोगों की मौत हो चुकी हैं. राज्य के 64 जिले कोरोना से प्रभावित हैं. 754 मरीज अब तक ठीक होकर घर वापस जा चुके हैं. तबलीगी जमात के अब तक 1138 मरीज संक्रमित पाए गए हैं.
बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के कोविड-19 से संक्रमित होने से चिंतित केंद्र ने राज्यों को सुझाव दिया है कि वे इस खतरनाक वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रभावी दूसरी रक्षा पंक्ति तैयार करें. गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा कि पुलिस प्रमुख उन कर्मियों के लिए घर से काम करने के विकल्प पर विचार कर सकते हैं, जो अग्रिम मोर्चे पर तैनात नहीं हैं. गृह मंत्रालय ने कहा है कि कोविड-19 की चुनौती से निपटने और इस महामारी को नियंत्रित करने की रणनीति जारी रखने के लिए पुलिस बलों को उन पुलिस कर्मियों के लिए एक प्रभावी दूसरी रक्षा पंक्ति तैयार करने की जरूरत है, जो महामारी के दौरान कोविड-19 संक्रमण से प्रभावित हो सकते हैं.