पटना से प्रभात रंजन की रिपोर्ट : पूमरे से सबसे अधिक ट्रेनों की आवाजाही दिल्ली से होती है. इसकी वजह है कि सूबे के हर गांव के कुछ-न-कुछ लोग दिल्ली में रह कर रोजी-रोटी का इंतजाम करते हैं. कोरोना की रोकथाम को लेकर लॉकडाउन लगाया गया, तो सूबे के लाखों लोग दिल्ली में फंस गये है. अब लॉकडाउन में कुछ रियायत दी गयी है, तो श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलनी शुरु हुई है.
राज्य सरकार की अनुशंसा पर केरल व राजस्थान से स्पेशल ट्रेनें चलायी गयी है. लेकिन, अब तक दिल्ली में फंसे श्रमिकों के लिए चलने वाली स्पेशल ट्रेन की घोषणा नहीं की गयी है. हालांकि, अधिकारी सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में फंसे बिहारी श्रमिकों की सूची तैयार की जा रही है और अगले एक-दो दिनों में स्पेशल ट्रेन को लेकर निर्णय ले लिया जायेगा.
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राज्य सरकार की अनुशंसा पर देश के तीन शहरों से स्पेशल ट्रेनें रवाना हुई, जो सोमवार को दानापुर, गया और बरौनी जंक्शन पहुंचेगी. इसमें केरल के एर्णाकुलम व त्रिरुर के साथ-साथ बेंगलुरु से स्पेशल ट्रेनें खुली हैं. इसमें केरल से आने वाली ट्रेनें दिन के तीन व साढ़े तीन बजे पहुंचेगी. वहीं, बेंगलुरु से आने वाली ट्रेन दानापुर स्टेशन मंगलवार सुबह 8:00 बजे पहुंचेगी.
साथ ही कोटा स्टेशन से छात्र-छात्राओं को लेकर दो ट्रेनें आ रही है. इसमें एक ट्रेन गया व दूसरी ट्रेन बरौनी पहुंचेगी. पूमरे के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि राज्य सरकार ने जहां-जहां से अनुशंसा की है, वहां से स्पेशल ट्रेन रवाना हो गयी है और सोमवार को पहुंच भी जायेगी. इसके अलावा स्पेशल ट्रेन की अनुशंसा नहीं मिली है. अनुशंसा मिलते ही आगे की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.
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