नयी दिल्ली : अगर दफ्तर में कोरोना वायरस का कोई मामला मिला तो उस दफ्तर को पूरी तरह सील नहीं किया जायेगा. सरकारी अधिकारी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा, इस बात का ध्यान रखा जायेगा कि दफ्तर ठीक से काम करे. कार्यालय की इमारत को सैनिटाइज करने के 12 घंटे के बाद फिर खोला जा सकेगा.
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सरकार ने फैसला किया है कि किसी कार्यालय में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई मामला सामने आता है तो ऐसी स्थिति में कार्यालय को सील नहीं किया जाएगा. पूरे दफ्तर को सेनिटाइज करने के 12 घंटे बाद कार्यालय को दोबारा खोलने की इजाजत मिल जायेगी.
अगर इसके बाद भी कोई मामला सामने आता है तो पूरे इलाके को सैनिटाइज किया जाएगा. सरकारी अधिकारी ने बताया कि यह अफवाह है कि तीन महीने तक के लिए दफ्तर सील होंगे. दफ्तर ठीक ठंग से काम करे इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय में तकनीकी समिति ने यह सुझाव दिया.
लॉकडाउन खुलने के बाद सही ढंग से काम हो और सभी सुरक्षित रहें इसके लिए कंपनियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि सभी कर्मचारियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप इंस्टाल हो.
दफ्तर में कम करने वालों को दफ्तर खुलने के बाद कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा जैसे सभी कर्मचारियों को सोशल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी की आदेश के अनुसार , 55 से 60 साल आयु के कर्मचारियों और गर्भवती महिलाओं को घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) करने की सलाह दी गई है