पटना : राजस्थान के कोटा में फंसे बिहार के छात्र घर आने के मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे है. सोमवार को छात्रों द्वारा किये गये प्रदर्शन पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. इस बात की जानकारी कोटा के सब इंस्पेक्टर मोहन लाल ने दी.
A case has been registered in connection with yesterday's protest held by students from Bihar in #Kota, Rajasthan for violating the lockdown guidelines: Mohan Lal, Sub Inspector, Kota pic.twitter.com/LhpcNJNCOV
— ANI (@ANI) April 28, 2020
न्यूज एंजेसी ANI को कोटा के सब इंस्पेक्टर मोहन लाल ने बताया कि सोमवार को लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन करने वाले सभी छात्प बिहार के थें. इसके संबंध में एक मामला दर्ज़ किया गया है. उन्होंने आगे बताया कि छात्रों की मांग थी कि सभी राज्यों के छात्र यहां से चले गए हैं लेकिन बिहार सरकार हमारे लिए कुछ नहीं कर रही है.
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर देश में लगाये गये लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों में फंसे छात्रों के लाने पर सियासत जारी है. राजस्थान के कोटा में फंसे बिहार के छात्रों के धरना-प्रदर्शन से सियासत गरमा गयी है. एक ओर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने की मांग सरकार से कर रही है. वहीं, बिहार सरकार ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर छात्रों की सुरक्षा को लेकर ”जहां हैं, वहीं रहें” की अपील की है.
बता दें कि इस मामले पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर राजस्थान के कोटा में फंसे बच्चों की फिक्र नहीं होने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा है कि ”10 राज्यों ने अपने 25 हजार छात्रों को कोटा से वापस बुला लिया है. लेकिन, नीतीश जी को पता नहीं बिहार के भविष्य मासूम छात्र-छात्राओं से क्या दिक्कत है? क्या सिर्फ नीतीश जी को छोड़ बाकी मुख्यमंत्रियों को अपने प्रदेशवासियों की बेहद फिक्र है, नहीं है अथवा वो ज्यादा विवेकशील है?”