गोरखपुर / लखनऊ : बीआरडी मेडिकल कॉलेज में तीन महीने के नवजात शिशु ने घातक कोविड-19 को मात दी है. तीन महीने का शिशु अपनी मां के साथ जैसे ही अस्पताल से बाहर निकला जिलाधिकारी विजयेंद्र पांडियन, आयुक्त जयंत नरलीकर और बीआरडी मेडिकल कालेज के प्रधानाध्यापक गणेश कुमार सहित तमाम लोगों ने खड़े होकर तालियां बजायीं.
गणेश कुमार ने बताया कि मां और बच्चे के 12 अप्रैल को यहां आने के बाद से दो बार उनके परीक्षण किये गये. मां के परीक्षण से उसमें संक्रमण नहीं नजर आया, लेकिन बच्चा संक्रमित पाया गया. डॉक्टरों के सामने सबसे बड़ी चुनौती बच्चे को बचाने की थी और यह भी सुनिश्चित करना था कि संक्रमण मां तक ना पहुंचने पाये. मां आइसोलेशन वार्ड में बच्चे की देखरेख कर रही थी.
मां ने बच्चे को स्तनपान कराते समय और उसका मल-मूत्र साफ करते समय मास्क और दस्ताने पहनने के निर्देशों का पालन किया. प्रधानाध्यपक ने बताया कि बुखार के अलावा बच्चे को कोई और गंभीर समस्या नहीं थी. शुरुआत में बच्चे को पैरासिटामोल दिया गया. खुद की प्रतिरोधक क्षमता के दम पर बच्चा बिना किसी दवाई के धीरे-धीरे ठीक हो गया. केवल मां के दूध से ही उसकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ गयी. उन्होंने बताया कि मां और शिशु का 25 एवं 26 अप्रैल को कराये गये परीक्षण से वे संक्रमित से मुक्त थे. मां को घर में क्या-क्या एहतियात बरतनी है, समझा दिया गया है.