मुरादाबाद: कोरोना वायरस संकट के बीच यूपी के मुरादाबाद में 15 अप्रैल को सर्वे करने गई हेल्थ टीम और पुलिस टीम पर हमला करने के आरोप में लगभग 17 लोग गिरफ्तार हुए थे. इन आरोपियों में से पांच लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाए गए है. कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद हड़कंप मच गया है. मंगलवार शाम को जैसे ही टेस्टिंग की रिपोर्ट आई पूरा नागफनी पुलिस स्टेशन का स्टाफ क्वारेंटीन कर दिया गया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अमित पाठक के मुताबिक, नागफनी के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) सहित सभी पुलिसकर्मी आरोपियों की गिरफ्तारी से लेकर जेल शिफ्टिंग के दौरान उनके संपर्क में आए थे. पुलिस अब उन पांच संक्रमित पाए गए लोगों को भी क्वॉरेंटाइन करगी. मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक के अनुसार सभी 73 पुलिस कर्मियों को अलग-अलग जगहों पर क्वॉरेंटाइन किया गया है. इसके साथ ही उनके नमूनों को टेस्ट के लिए भेज दिया गया है.
बता दें कि मुरादाबाद में 15 अप्रैल को पुलिस टीम और स्वास्थ्य टीम पर लोगों ने पथराव किया था. इस मामले में पुलिस ने 17 लोगों को किया गिरफ्तार किया था. इसमें सात महिलाएं भी शामिल थी. इस दौरान मुरादाबाद जिले में 15 अप्रैल को पथराव मामले में मेडिकल टीम और पुलिस के 4 लोग जख्मी हो गए थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. पुलिस ने आरोपियों की पहचान ड्रोन कैमरे की मदद से की थी. लॉकडाउन की वजह से यूपी में पुलिस ड्रोन की मदद से लोगों पर नजर रख रही है. पुलिस का कहना है कि ड्रोन कैमरों की मदद से पकड़े गए लोगों की पहचान की गई थी. घटनास्थल के पास महिलाएं और पुरुष छत से पथराव करते देखे गए थे.
जिला जेल में एक कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आया है. जिला जेल में बंद एक कैदी कोरोना संक्रमित हो गया है. उसे कार चोरी करने के आरोप में 11 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था. मुरादाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) एमसी गर्ग ने मुरादाबाद में बताया कि कोरोना संक्रमित के पीड़ितों की संख्या 69 पहुंच गई है. सीएमओ ने कहा कि रामपुर निवासी 70 वर्षीय एक शुगर पेशेंट तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय में क्वॉरंटीन किया गया था.