जयपुर : देशभर में कोविड 19 को लेकर कई हॉटस्पॉट बने हैं. राजस्थान के जयपुर में अजमेर दरगाह अब हॉटस्पॉट बन रहा है. इस इलाके में मुस्लिमों की आबादी है. पिछले 24 घंटे में इस इलाके से 79 कोविड 19 के मामले सामने आये हैं, हैरान करने वाली बात यह है कि इतने मामले सिर्फ 11 से 15 घरों की जांच हुई है.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार कोविड 19 के नये मामले ने अजमेर प्रशासन को परेशान कर दिया है. कई दिनों से यहां कोविड 19 के मामले सिंगल आंकड़े में थे. इन नये मामलों के सामने आने से ना सिर्फ कोविड 19 के मरीजों की संख्या बढ़ी है बल्कि कई दूसरे लोगों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ा है. यहां कोविड 19 संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 103 हो गयी है प्रशासन इन इलाकों में टेस्ट की संख्या बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है.
जिन लोगों में कोविड 19 के लक्षण पाये गये हैं उनमें से ज्यादातर लोग मजदूर है और दूसरे जगहों पर कॉट्रेक्ट में काम करते हैं. ज्यादातर मजदूर इन इलाकों में रहते हैं, आबादी ज्यादा है घरों की दूरी कम है, गलियां हैं.
अजमेर के जवाहर लाल नेहरु अस्पताल में काम करने वाले संजीव महेश्वरी कहते हैं , हमें इन इलाकों में टेस्टिंग बढ़ानी होगी. हमें डर है कि इस इलाके से निकलकर कोविड 19 शहर के दूसरे छोर तक ना पहुंच जाए.
अजमेर 22 मार्च से लॉकडाउन में है यहां पहला मामला 28 मार्च को सामने आया था. चार संपर्क में आये लोगों की जांच से पता चला कि वह भी संक्रमित हैं. इसी तरह कई मामले सामने आये. रामगंज में पूरा परिवार इस वायरस से संक्रमित पाया गया. जांच कर रहे सरकारी अधिकारी ने बताया है कि यहां दो परिवार एक साथ रहते हैं और साथ मिलकर ही घर चलाते हैं जिससे दूसरों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया.
जानकारी के अनुसार इनमें से ज्यादातर लोग मजदूर है, कोई होटल में काम करता है लॉकडाउन के दौरान भी यह एक दूसरे से मिलते रहे, आपस में खाना शेयर करके खाते रहे जिसका असर हुआ. इस इलाके से कुल 329 सैंपल लिये गये हैं जिसमे से 200 टेस्ट के परिणाम आये हैं और 79 संक्रमित मिले हैं. बाकि के 129 सैंपल की रिपोर्ट बृहस्पतिवार को आयेगी
अजमेर के एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि यह इलाका चार पुलिस स्टेशन के अंदर आता है इस इलाके में अब पूरी तरह कर्फ्यू लगा दिया गया है, जिन इलाकों में लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं हुआ है वहां बैरिकेटिंग और पुलिस बल बढ़ाया गया है. इन इलाकों में सिर्फ सरकारी गाड़ियों के प्रवेश की इजाजत है जो सिर्फ राशन के लिए जा सकती हैं.