खगड़िया : कोरोना संक्रमण से पूरी दुनियां जहां नतमस्तक होकर खड़ी है. ऐसे समय में जिले के लोग कोरोना संक्रमण जैसे खतरे से खेल रहे हैं. इतने प्रयास के बावजूद भी लोग सोशल डिस्टेंस का मजाक उड़ाने से नहीं थकते हैं. रोजाना लगने वाले सब्जी मंडी में अहले सुबह के 4:00 बजे से व्यापारियों का हुजूम लगाना शुरू हो जाता है. पूरे बाजार समिति के मैदान में नगर पालिका द्वारा चिह्नित सभी 85 स्टालों पर सब्जियों का बाजार सज जाता है. जहां जिले के किसान अपनी सब्जियां बेचने पहुंचते हैं. वही खुदरा विक्रेताओं का आना भी सुबह के 4:00 बजे से ही शुरू हो जाता है जो 5 बजे सुबह तक तो ऐसा लगता है जैसे किसी मेले का दृश्य हो.
चारों ओर थौक विक्रेताओं, किसानों और सब्जी के खुदरा विक्रेताओं से मैदान भरा हुआ रहा है. दर्जनों दो पहिया, तीन पहिया और चार पहिया वाहनों से बाजार समिति की सड़कें भरी रही है. वही चित्रगुप्त नगर थाना पुलिस और नगर पालिका के कर्मी सुबह से ही मैदान में व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये मौजूद रहते हैं. लेकिन सब्जी मंडी में मेला देखने आए संहौली पंचायत सहित आसपास के पंचायत के लोग और रेलवे ओवरब्रिज पर सुबह में टहलने वाले रोजाना बाजार समिति में स्वस्थ लाभ लेने वाले नौजवानों की भीड़ बेहद भयावह दिखती है. जो बिना मास्क, बिना सेनिटाइजर, बिना सोशल डिस्टेंसिंग के एक दूसरे के करीब आते है. मानो किसी रैली में लोगों का भीड़ उमड़ा हो. अगर भूल से भी भूल हो गयी और कोई इस भीड़ में कोरोना संक्रमित व्यक्ति प्रवेश कर गया तो इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता है कि कितने लोग एक साथ संक्रमित होंगे और वो जहां जहां जायेंगे तो कितने लोगों और संक्रमित करेंगे.कोरोना का संक्रमण बढ़ा तो सब्जी मंडी की होगी अहम भूमिकावर्तमान समय तक जिले में कुल 172 लोगों की कोरोना जांच की गयी. जिसमें सभी लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आयी. मंगलवार तक जिले में एक भी कोरोना के पॉजिटिव केस नहीं दिखे.
लेकिन यदि भविष्य में एक भी कोरोना पॉजिटिव केस जिले में आती है तो उसमें अहम भूमिका सब्जी मंडी की ही होगी. सब्जी मंडी में जिस तरह कोरोना संक्रमण का मजाक उड़ाया जा रहा है यह कोरोना को आमंत्रण दे रहा है. जिले की पुलिस दिन भर शहर के मुख्य मुख्य मार्गों में गश्ती करती है लेकिन सब्जी मंडी में वह मूकदर्शक बनकर मेला का आनंद लेती नजर आयी. आम लोग अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं कि यदि सब्जी मंडी में आये एक भी लोगों को यदि कोरोना पॉजिटिव होता है तो वह जिले के किस किस कोने तक जायेगा. इस भयावह स्थिति का अंदाजा लगाये बिना प्रशासन मौन है. कोरोना से बचाव के लिये आम लोगों को समझना होगा सोशल डिस्टेंसिग का महत्वअभी सबसे अधिक जरूरी है रोजाना सब्जी मंडी में 2 हजार से अधिक लोगों के भीड़ को सोशल डिस्टेंसिग के महत्व को समझना. मंडी में थौक विक्रेता, किसान खुदरा विक्रेता हो या मेला देखने आये आमलोग किसी के पास मास्क नहीं होता न किसी के पास सेनिटाइजर की व्यवस्था रहती है. बावजूद इसके सोशल डिस्टेंसिग की धज्जियां उड़ाते हुए सभी भी का हिस्सा बने रहते है. वही सबसे बड़ी दुर्भाग्य की बात यह हैं की परिजन खुद तो असुरक्षित रहते ही है साथ ही छोटे छोटे बच्चों को भो बिना किसी सुरक्षा के उस भीड़ में ले जाते है. गौशाला मेले जैसा दृश्य समझदार लोगों को डराने के लिये काफी है.