गिरिडीह : गिरिडीह आइएमए के जिलाध्यक्ष डाॅ. विद्याभूषण ने कहा कि कोरोना जैसे महामारी में भी चिकित्सकों के साथ अमानवीय व्यवहार दुखद है. देशभर में चिकित्सकों के ऊपर हो रहे हमले तथा कोरोना से चिकित्सक की मौत के बाद उनके शव के साथ अपमानजनक व्यवहार मानवीय असंवेदना की पराकाष्ठा है. मंगलवार को जारी बयान में डाॅ. विद्याभूषण ने कहा कि लगातार मांग के बावजूद सरकार द्वारा इन घटनाओं को रोकने के लिए केंद्रीय कानून का ऑर्डिनेंस नहीं लाने के विरोध में आइएमए आंदोलन को बाध्य है.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आइएमए के आह्वान पर जिला इकाई के सभी सदस्य 22 अप्रैल को रात नौ बजे मोमबत्ती जलाकर संपूर्ण राष्ट्र को सावधान(व्हाइट अलर्ट) करेंगे. इसके बावजूद केंद्रीय कानून के लिए राज्य सरकार गंभीर नहीं दिखी तो 23 को काली पट्टी लगाकर कार्य करते हुए आइएमए काला दिवस मनायेगा. उन्होंने कहा कि काला दिवस के बाद भी सरकार का रवैया उदासीन रहा तो आइएमए आगे कठोर निर्णय लेने को बाध्य होगा. उन्होंने सभी सदस्यों से कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है. जारी बयान में आइएमए के जिलाध्यक्ष के अलावा सचिव डाॅ. बीएमपी राय, कोषाध्यक्ष डाॅ. पी सहाय तथा आइएमए महिला विंग की जिलाध्यक्ष डाॅ. अमिता राय के भी हस्ताक्षर है.