ढाका : बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम ने देश में कोविड-19 के राहत कार्यों के लिए धनराशि जुटाने के इरादे अपना बल्ला नीलाम करने का फैसला किया है जिससे उन्होंने 2013 में श्रीलंका के खिलाफ दोहरा शतक जड़ा था. ढाका के दैनिक बंगाली समाचार पत्र ‘प्रोथोम आलो’ से मुशफिकुर ने कहा, ‘‘मैं अपने उस बल्ले को नीलाम कर रहा हूं जिससे मैंने दोहरा शतक जड़ा था. ”
उन्होंने कहा, ‘‘नीलामी ऑनलाइन होगी. मैं सभी सक्षम लोगों से अपील करता हूं कि वे बल्ले के लिए अधिक से अधिक बोली लगाएं क्योंकि इससे मिलने वाला सारा पैसा गरीबों की मदद में खर्च किया जाएगा. ” बांग्लादेश में दो हजार से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. पिछले हफ्ते स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने अपने साथी खिलाड़ियों से अपील की थी कि वे अपना क्रिकेट से जुड़ा सामान और जर्सी नीलाम करके गरीबों की मदद करें.
इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर ने अपनी विश्व कप फाइनल की जर्सी को नीलाम करके 65 हजार पाउंड जुटाए थे. आपको बता दें कि इससे पहले बंग्लादेश के खिलाड़ियों ने भी अपनी आधे महीने की तनख्वाह सरकार को देने का फैसला किया था. ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अनुबंधित 17 क्रिकेटरों समेत कुल 27 क्रिकेटरों ने यह दान देने का फैसला किया था.
उस समय खिलाड़ियों ने एक संयुक्त बयान में कहा था कि,‘‘ पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही है. बांग्लादेश में भी इसका प्रकोप बढ़ रहा है. हम लोगों को बताने की कोशिश कर रहे हैं कि इससे बचाव के लिए जरूरी उपाय किए जाएं.” उन्होंने कहा था,‘‘हम 27 क्रिकेटर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अपनी आधे महीने की तनख्वाह दे रहे हैं. यह रकम करीब 25 लाख टका होगी.” उन्होंने कहा ,‘‘ यह रकम कम है लेकिन हम सब मिलकर योगदान दे सके तो यह कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बड़ा योगदान होगा.
गौरतलब है कि भारत के भी कई खिलाड़ियों ने भी कोविड-19 पीड़ितों की मदद के लिए हाथ बढ़ाए थे, जिसमें सतिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, सौरव गांगुली, गौतम गंभीर शामिल थे. जबकि इसके अलावा और भी कई खिलाड़ियों ने अपने सामर्थ्य अनुसार मदद के लिए हाथ बढ़ाए थे.