जयपुर : राजस्थान सरकार ने 20 अप्रैल से संशोधित लॉकडाउन के तहत उद्योग व उद्यमों को शुरू करने के संबंध में नये दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं. ये निर्देश केंद्रीय गृह मंत्रालय के 15 अप्रैल को जारी निर्देशों के क्रम में जारी किया गये हैं.
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इन दिशा-निर्देशों के अनुसार, ऐसे उद्योग/उद्यम शुरू किये जा सकेंगे, जो कि ग्रामीण क्षेत्र (जो नगर पालिका व नगर निगमों की सीमा के बाहर स्थापित हों) अथवा नगर निगम/नगर पालिका क्षेत्रों में स्थापित औद्योगिक क्षेत्र, निर्यात आधारित इकाइयां अथवा सेज जहां आवागमन नियंत्रित हो तथा उनके फैक्ट्री परिसर या आस-पास श्रमिकों को ठहराने की पर्याप्त व्यवस्था हो.
इन क्षेत्रों में स्थापित उद्योग/उद्यमों को उनके श्रमिकों को (न्यूनतम आवश्यकता के अनुसार) फैक्ट्री परिसर में लाने हेतु एक बार में परिवहन के लिए चिह्नित वाहन को पास देने की व्यवस्था की जायेगी. यह पास रीको औद्योगिक क्षेत्रों में रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक तथा अन्य क्षेत्रों में जीएम (डीआईसी) द्वारा दिये जायेंगे.
Also Read: रामगंज पर covid19 राजनीति, गहलोत ने कहा : माहौल खराब करने की कोशिश कर रहा विपक्ष
इसके लिए आवेदन ऑनलाइन या राजकॉप सिटीजन मोबाइल एप्प पर अथवा ऑफलाइन भी किया जा सकेगा. पहले से चालू अथवा अनुमति प्राप्त उद्योग पूर्व की भांति संचालित रह सकेंगे और उनके पास भी वैध रहेंगे.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण के बाद उपजे हालात में राज्य सरकार स्वास्थ्य के साथ आर्थिक मोर्चे पर भी लड़ाई लड़ रही है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं. लोगों के पास रोजगार नहीं है. लॉकडाउन के कारण केंद्र व राज्यों को मिलने वाले राजस्व में भारी कमी आयी है.
Also Read: अशोक गहलोत ने ‘काम के बदले अनाज’ जैसी योजना लाने का केंद्र को दिया सुझाव
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था पर गंभीर कुप्रभाव पड़ा है और उद्योगों को भी काफी नुकसान हुआ है. ऐसे में राज्य सरकार स्वास्थ्य के साथ-साथ आर्थिक मोर्चे पर भी लड़ाई लड़ रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक हालात सुधारने के लिए मिलकर काम करना होगा.
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केंद्र व राज्यों को मिलकर काम करना होगा. लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया भी चरणबद्ध तरीके से लागू करनी होगी, ताकि आर्थिक गतिविधियों के संचालन के साथ ही संक्रमण का प्रसार रोकने में अभी तक जो सफलता मिली है, उसे बरकरार रखा जा सके.
उन्होंने कहा कि उन कोरोना वारियर्स के साथ दुर्व्यवहार निंदनीय है, जो अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि टोंक में हुई घटना पर सख्त कार्रवाई करते हुए राज्य सरकार ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. पूरे प्रदेश में ऐसे प्रकरणों में 191 लोग गिरफ्तार किये गये हैं.