पिछले कुछ समय से टीम इंडिया के लिए मिस्टर भरोसेमंद बन कर उभरे टीम इंडिया के बल्लेबाज लोकेश राहुल का आज जन्म दिन है. लेकिन अपने क्लासिकल शॉट्स से लोगों को दीवाना बना देने वाले के एल राहुल का करियर एक जैसा नहीं रहा. कभी वो अपने करियर के खराब दौर से भी गुजरे और मैदान के बाहर विवादित टिप्पणी के कारण टीम से बाहर भी हुए.
मौजूदा दौर में टीम इंडिया के विकेट कीपर बल्लेबाज की भूमिका निभा रहे के एल राहुल ने अपने करियर की शुरुआत टेस्ट क्रिकेट में वर्ष 2014 में की और अपने शुरुआती 6 मैचों में 3 शतक जड़कर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा. उनकी बल्लेबाजी को देख कर कई बार लोग उनकी तुलना टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली से भी कर चुके हैं. राहुल ने टेस्ट में बेहतरीन शरुआत तो कर ली लेकिन एकदिवसीय मैचों में डेब्यू के लिए उन्हें 2 साल का इंतजार करना पड़ा था.
उन्होंने भारतीय सरजमीं पर पहला टेस्ट शतक वर्ष 2016 में लगाया था लेकिन दुर्भाग्य वश वो अपने दोहरे शतक से उस वक्त 1 रन से चूक गये थे. भले ही के एल राहुल को वनडे में पदार्पण करने के लिए समय लगा लेकिन एक बार जब मौका मिला तो उन्होंने अपने चयन को सही साबित करते हुए जिम्बाब्वे के खिलाफ अपने डेब्यू शतक जड़ दिया.
राहुल ने ओपनर के तौर पर अपने पहले टेस्ट और डेब्यू वनडे इंटरनेशनल मैच, दोनों में ही शतक लगाया है. ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू टेस्ट के बाद उन्होंने अपना दूसरा टेस्ट मैच सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेला था और 110 रन बनाए थे. 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे इंटरनेशनल में डेब्यू मैच में उन्होंने पारी का आगाज किया था और वह 100 रन बनाकर नाबाद लौटे.
आपको बता दें कि के एल राहुल वो बल्लेबाज हैं जिन्होंने भारत के तरफ से तीनों फॉर्मेट शतक जड़ने वाले तीसरे बल्लेबाज हैं उससे पहले रोहित शर्मा और सुरेश रैना पहले ही ये कारनामा कर चुके हैं
आईपीएल में राहुल के नाम सबसे तेज फिफ्टी जड़ने रिकॉर्ड है उन्होंने यह कारनामा दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 2018 में किया था. तब उन्होंने पंजाब की ओर खेलते हुए मात्र 14 गेंदों पर अपना अर्द्धशतक जड़ दिया था.
शानदार खेल दिखाने वाले राहुल को टीम इंडिया से सस्पेंड भी होना पड़ा था, हुआ ये था कि वो हार्दिक पाण्ड्या के साथ कॉफी विथ करण के शो में महिलाओं पर विवादित टिप्पणी की थी तब बीसीसीआई ने उन पर एक्शन लेते हुए उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया था.
लोकेश राहुल ने लगातार सातवीं अर्धशतकीय पारी खेलकर वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी कर ली. टेस्ट की लगातार पारियों में सर्वाधिक अर्धशतक बनाने के रिकॉर्ड की बात करें, तो राहुल ने एवर्टन वीक्स (वेस्टइंडीज), एंडी फ्लावर (जिंबाब्वे), शिवनारायण चंद्रपॉल (वेस्टइंडीज), कुमार संगकारा (श्रीलंका) और क्रिस रोजर्स (ऑस्ट्रेलिया) के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी कर ली थी.
दाएं हाथ के इस बल्लेबाज को अब विकेटकीपर के तौर पर भी इंटरनैशनल क्रिकेट में आजमाया गया और उन्होंने सीमित ओवरों के क्रिकेट में जबर्दस्त प्रदर्शन किया. वह हालांकि आईपीएल में भी विकेटकीपिंग करते हैं. इतना ही नहीं, उन्हें भी अब धोनी के विकल्प के तौर पर देखा जाने लगा है.