बड़कागांव : वैश्विक महामारी कोरोना पर काबू पाने के लिए देशभर में लागू लॉकडाउन से रोज कमाने-खाने वालों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. हजारीबाग जिले के बड़कागांव के राजमिस्त्री, रेजा व कुलियों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. लॉकडाउन के कारण काम बंद होने से उनकी कमाई रूक गयी है. इस कारण वे खासे परेशान हैं. अपनी आजीविका को लेकर वे काफी चिंतित हैं.
Also Read: रांची के हिंदपीढ़ी में 3 नये कोरोना पॉजिटिव मामले, झारखंड में 32 लोग कोरोना संक्रमित
कोरोना के खिलाफ जिंदगी की जंग जीतने के लिए देशभर में लॉकडाउन है. इसका हर वर्ग पर खासा असर पड़ रहा है. हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड के रेजा, कुली और राजमिस्त्री भी काम नहीं मिलने के कारण काफी परेशान हैं. आमदनी बंद होने से इन्हें अपनी आजीविका की चिंता सताने लगी है.
बड़कागांव में लगभग 400-500 राजमिस्त्री, रेजा व कुली हैं. इनकी मानें तो लॉकडाउन के कारण वे घर पर हैं. काम पर नहीं जा पा रहे हैं. इससे इनकी आमदनी यकायक बंद हो गयी है. इस वजह से परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. इतना ही नहीं, परिवार में बीमार लोगों को वे इलाज भी नहीं करवा पा रहे हैं. कई ऐसे मजदूर है जिनके पास राशन कार्ड भी नहीं है.
नरसिंह तुरी, सुरेंद्र राम, सुखदेव राम, श्रीकांत राम, शंकर राम, राकेश कुमार राम, विजय राम, अनिल राम, गणेश राम, लाल किशन राम, शिवशंकर रविदास, मोहन राम, नरेश राम, अभिषेक कुमार, जोगन राम, छट्ठू तुरी, रंजीत राम, महंगू राम, रोहित राम, सिद्धेश्वर राम, राजेंद्र राम, नेपाली राम, राजू राम, रंजन राम, कैलाश राम, राम चरित्र राम, भजु राम, संजय राम, अजीत राम, कुलदीप राम, सुजीत राम, किन्नू राम, जितेंद्र राम, मुटर राम, कुलेश्वर राम, संतोष राम, धर्मेंद्र कुमार राम, राजकुमार राम, राजेश कुमार दास, अजय राम, नेहरू राम, गंगाराम, संतोष राम, अरुण राम, तिलु राम, मीना राम, अशोक राम, राजू राम, मुकेश राम, चंदू राम, सुरेश राम, बेगन भुईया, जमुना राम, विजय राम, महेश राम, जगजीवन राम, निरंजन राम, केदार राम, सचिन राम, दशरथ राम, बसंत राम, विशेश्वर राम, ईश्वरी राम, दिलीप राम, मनोज राम, सनोज राम, विकास राम एवं जितेंद्र राम राजमिस्त्री का कार्य करते हैं. ये आर्थिक तंगी के शिकार हैं.