ललपनिया : ठेकेदार मजदूर यूनियन (एटक) के महासचिव इफ्तेखार महमूद ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और झारखंड के राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री पत्र देकर उन्होंने अपने प्रदेश से बाहर फंसे मजदूरों के साथ समान व्यवहार की मांग की. पत्र में उन्होंने कहा कि 13 अप्रैल को काशी में फंसे हजारों पर्यटकों को सरकारी स्तर पर बसों की पर्याप्त व्यवस्था करके पूरी सुरक्षा के साथ उनके घर ओड़िशा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश इत्यादि प्रदेशों में भेजा गया.
इससे पूर्व हरिद्वार में फंसे गुजरात के पर्यटकों को बस से वापस गुजरात भेजा जा चुका है. 15 मार्च को 1400 रसूखदार लोगों के परिवार के लोगों को विदेश से भारत लाने का काम किया गया. देश के विभिन्न राज्यों में फंसे झारखंड के प्रवासी मजदूरों के साथ यही सुविधा बहाल करने का आग्रह केंद्र सरकार से किया है.