Lockdown in India, Coronavirus देश में कोविड-19 (covid-19) संक्रमितों की संख्या लगभग 14000 के करीब पहुंचने के साथ ही 1000 का आंकड़ा पार करने वाला गुजरात छठा राज्य बन गया है. जहां एक हजार से अधिक मामले पाये गये हैं. जबकि केंद्र सरकार ने कहा है कि पिछले एक सप्ताह में कोविड-19 के मामले दुगुने होने में लगने वाला समय बढ़ा है. केंद्र चीन से मंगाये गये करीब पांच लाख त्वरित जांच किट उन राज्यों को बांटने की तैयारी में है, जहां सबसे ज्यादा मामले पाये गए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 24 मार्च को पहला देशव्यापी लॉकडाउन लागू होने से पहले कोरोना वायरस के मामले तीन दिन में दोगुने हुए थे, जबकि पिछले एक सप्ताह में इसमें 6 . 2 दिन का समय लगा है. वहीं, केंद्र शासित प्रदेशों और 19 राज्यों में यह दर राष्ट्रीय औसत से कम है. अहमदाबाद में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि गुजरात में संक्रमण 1021 तक पहुंच गया जबकि 92 नये मामले सामने आये. वहीं दो और मौतों के साथ मरने वाले लोगों की संख्या 38 पहुंच गई. महाराष्ट्र (3236), दिल्ली (1640), तमिलनाडु (1323), राजस्थान (1193) और मध्यप्रदेश (1164) में मामलों की संख्या 1000 के पार हो चुकी है. अकेले मुंबई में कोरोना वायरस के मामले 2120 पहुंच गए हैं, जबकि 77 और व्यक्ति पॉजिटिव पाये गए . मुंबई नगर निगम के अनुसार मुंबई की धारावी झुग्गियों में कोरोना वायरस के 101 मामले दर्ज किये गए हैं. देश भर में कोरोना के मामले पिछले 24 घंटे में 1076 नये मामले सामने आये हैं और 32 जानें गई हैं.
अब देश भर में संक्रमितों की संख्या 13835 पहुंच गई जबकि मरने वालों की संख्या 452 पहुंच गयी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 1767 मरीज स्वस्थ हुए हैं . इस बीच, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्द्धन ने कहा कि केरल के श्री चित्रा तिरुनाल आयुर्विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिवेंद्रम ने कम कीमत वाली एक एक ऐसी जांच किट विकसित की है, जो महज दो घंटों में कोविड-19 की पुष्टि कर सकती है. हर्षवर्द्धन ने ट्वीट किया, तिरूवनंतपुरम के संस्थान द्वारा विकसित की गई जांच किट 10 मिनट में कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगा सकती है और नमूना लेने से लेकर नतीजे आने तक में दो घंटे से भी कम समय लगेगा. एक मशीन पर एक ही साथ कुल 30 नमूनों की जांच की जा सकती है.
राज्यों से मिले आंकड़ों के आधार पर पीटीआई की तालिका के अनुसार देश भर में कोरोना वायरस के मामले 13789 हैं जबकि 1853 मरीज ठीक चुके हैं और मरने वालों की संख्या 457 हो गई है. अग्रवाल ने कहा कि भारत कई दूसरे देशों से बेहतर नियंत्रण कर रहा है. भारत में 80 फीसदी लोग संक्रमण से ठीक हो रहे हैं जबकि मरने वालों की संख्या 20 प्रतिशत है. अनुपात के मामले में भारत दूसरे देशों से बेहतर है. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार मरने वाले 452 लोगों में महाराष्ट्र में 194, मध्यप्रदेश में 57, गुजरात और दिल्ली में 38 और तेलंगाना में 18 लोगों की जानें गई है. तमिलनाडु में 15 जबकि आंध्रप्रदेश और उत्तर प्रदेश में 14 – 14 मौतें हुई हैं . पंजाब और कर्नाटक में 13- 13, राजस्थान में 11 और पश्चिम बंगाल में 10 मौत हुई हैं.
मार्च के आखिर से ही सख्त कर्फ्यू के बावजूद देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में मृत्यु दर सर्वाधिक दर्ज की गई . शहर में कोरोना वायरस के 842 मामले थे और अब तक 47 जानें जा चुकी हैं. अधिकारियों ने हालांकि फिर कहा कि शहर में सामुदायिक संक्रमण का खतरा नहीं है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा है कि मोदी सरकार कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ रही है. इस बीच, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) में महामारी एवं संक्रामक रोग विषय के प्रमुख डॉ रमन आर गंगाखेडकर ने कहा कि देश में अब तक कोविड-19 की 3,19,400 मामलों की जांच की गयी है.