गांधीनगर : सीटू नेता भागीरथ शर्मा ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा है कि 21 अप्रैल को सीटू के आह्वान पर अखिल भारतीय विरोध दिवस का पालन किया जायेगा. घर पर रहकर बालकनी या छत पर से मांगों के समर्थन नारे लगाए जायेंगे. प्रधानमंत्री के पोर्टल पर इ-मेल भेजा जायेगा. कहा कि प्रधानमंत्री ने तीन मई तक लॉकडाउन बढ़ाते समय सात सलाह दिये हैं परंतु एक भी सलाह धरातल पर दिखाई नहीं देता है. देश के कई हिस्सें मे काम से छंटनी हो रही है, वेतन नहीं मिल रहा है, लाखों प्रवासी मजदूर सड़क पर भटक रहे हैं.
स्वास्थ्य कर्मियों को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण का अभाव है. ऐसी स्थित में सीटू ने इस नारे के साथ कि भाषण नहीं राशन चाहिए, वेतन चाहिए को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से घर पर रहकर विरोध दिवस पालन करने का फैसला लिया है. साथ ही सीटू ने यह भी मांग रखा है कि जो आयकर दाता मजदूर नहीं हैं सरकार उन्हें तीन महीने तक 7500 रूपये उनके खाते मे डाले, उन्होंने कहा कि बडे पैमाने पर पत्रकार, आईटी /कर्मचारी / ठेका मजदूर /कैजुअल मजदूर तथा असंगठित मजदूर की छंटनी हो रही है.