जैनामोड़ : जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से जरीडीह प्रखंड में आठ मुख्यमंत्री दाल भात केंद्रों का संचालन किया जा रहा है. इसमें गरीबों को नि:शुल्क खिचड़ी व दाल भात उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है. पहले यहां भोजन करने के लिए गरीबों को पांच रुपये देने पड़ते थे. अब वह पैसे संचालकों को नहीं मिल रहे हैं. इस वजह से इसके संचालन में कठिनाई आ रही है. संचालकों का कहना है कि सरकार की तरफ से इस योजना में चावल, सोयाबीन और चना ही दिया जा रहा है. खाना बनाने के लिए गैस सिलिंडर, सब्जी, तेल व पत्तल खरीदने के लिए समिति व मुखिया पैसे दे रहे हैं. तभी यह योजना चल रही है.
अभी तक इन समितियों को योजना सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रशासन की तरफ से पैसा नहीं दिया गया है. इस कारण बुधवार को बहादुरपुर व टांड़मोहनपुर में चल रहे केंद्र को समिति बंद कर दिया था. बीडीओ ने गुरुवार को इसे शुरु करवाया. वहीं टांड़मोहनपुर में केंद्र चला रही एकता महिला मंडल की अध्यक्ष लक्ष्मी देवी ने कहा कि मेरे पास पैसे नहीं है जो में इसे चला सकूं. अभी प्रशासन ने सिर्फ चावल, सोयाबीन व चना ही दिया गया. खाना बनाने के लिए दाल, सब्जी, नमक, मसाला, तेल, सिलेंडर गैस जैसे जरूरत के समान के लिए पैसे लगाने पड़ रहे है. इसे लेकर महिला मंडल के सदस्यों ने बीडीओ को पत्र भी लिखा है.कोटमुख्यमंत्री दाल भात केंद्रों में 200 व्यक्ति के लिए पांच रुपये के हिसाब से एक हजार रुपये प्रतिदिन देना है. जिला में पैसा आ गया है. जल्द ही सभी केंद्रों के संचालकों को पैसे को दे दिये जायेंगे.
शशि भूषण वर्मा, बीडीओ-जरीडीह