गोपालगंज : कोरोना से जंग जीतने के लिए जिला प्रशासन ने कई कदम उठाये हैं. स्वास्थ्य विभाग ने एक नयी पहल शुरू की है. अब पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर घर-घर जाकर सर्वे व स्क्रीनिंग शुरू की गयी है. इस काम में आंगनबाड़ी, आशा व अन्य उत्प्रेरकों की मदद ली जा रही है. इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से आवश्यक निर्देश जारी किया गया है. सर्वे से संबंधित कार्य गुरुवार से शुरू हो गया. इसके लिए टीम का गठन किया गया है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा 19 फॉर्म उपलब्ध कराये गये हैं. इसमें तीन स्तरों पर सूचना उपलब्ध कराने का काम किया जाना है. फॉर्म के तहत पहला प्रपत्र स्थानीय स्तर पर नियुक्त किये गये दलकर्मी भरेंगे. फॉर्म के तहत 2, 3 व 3 ए व 4 प्रपत्र को पर्यवेक्षक व फॉर्म 5 जिला स्तर पर भरने का काम किया जायेगा. सर्वे के दौरान प्रत्येक घर में हाउस मार्किंग की जायेगी. संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों के घरों को चिह्नित किया जायेगा.प्रत्येक दलकर्मी को उपलब्ध करायी जायेगी सुरक्षा किटसर्वे करने वाली प्रत्येक टीम को एक किट उपलब्ध करायी जायेगी. इसमें तीन लेयर वाला 10 पीस मास्क, नॉन स्ट्रॉयल 10 पीस हैंड ग्लब्स व एक साबुन होगा. सर्वे के काम में लगे सभी कर्मियों को भ्रमण के लिए पास भी निर्गत किया जाना है.
विदेश से आये हुए लोगों के गांव व शहर से संबंधित वार्डों में भी गहन सर्वेक्षण का कार्य कर कार्ययोजना तैयार का निर्देश दिया गया है.ली जायेगी ये जानकारी पर्यवेक्षक अपने दलकर्मियों के पोषक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक दवा दुकान एवं सामुदायिक व ग्रामीण चिकित्सक से संपर्क कर बुखार के साथ खांसी अथवा सांस लेने में परेशानी वाले चिह्नित मरीजों की विवरणी फॉर्म 3 ए में भरेंगे. दवा दुकान, सामुदायिक व ग्रामीण चिकित्सकों से संदिग्ध मरीजों की विवरणी प्राप्त करने का कार्य सर्वे के प्रथम दिन तथा छठे दिन किया जायेगा तथा तदनुसार प्राप्त सूची का सत्यापन कर संदिग्धों की सूची तैयार की जायेगी. इसके बाद यह सूची प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध करायी जायेगी.
संदिग्ध पाये गये मरीजों की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग कोविड फॉर्म 3 एवं 3 एक में दर्ज आंकड़ों में संदिग्ध लक्षणों के साथ पाये गये व्यक्तियों को क्वारेंटिन करते हुए प्रखंड स्तरीय चिकित्सकों की टीम द्वारा स्क्रीनिंग किये जाने का निर्देश दिया गया है. संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए सैंपल संगृहीत किये जायेंगे. स्क्रीनिंग के दौरान सही पाये गये व्यक्तियों को होम क्वारेंटिन के लिए वापस घर भेज दिया जायेगा.
दिये गये हैं वित्तीय दिशा निर्देश भीकोविड-19 के सर्वे कार्य में लगे प्रत्येक दल कर्मी को प्रतिदिन 200 रुपये की दर से आठ दिनों का भुगतान किया जायेगा. वहीं कोविड-19 के सर्वे कार्य के लिए सुपरवाइजर को प्रतिदिन 400 रुपये की दर से आठ दिनों का भुगतान किया जायेगा. इसमें 300 रुपये मानदेय व 100 रुपये आने-जाने के लिए दिया जाना है.