दुर्जय पासवान
गुमला जिला के चैनपुर प्रखंड में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गयी थी. परंतु प्रशासन की सतर्कता से मामला शांत कराया गया. चैनपुर बीडीओ डॉ शिशिर कुमार सिंह व थाना प्रभारी सुदामा राम की सूझबूझ से एक बड़ी अनहोनी टल गयी. एक छोटी सी घटना सामुदायिक रंग ले रही थी. जिसे प्रशासन ने रोक लिया. हालांकि इस मामले में आठ युवकों पर नामजद व 20 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
जानकारी के अनुसार बीती रात को चैनपुर थाना स्थित जयपुर डैम के पास दो समुदाय के लोग आमने-सामने हो गये. इस सूचना पर बीडीओ डॉ शिशिर कुमार सिंह, थाना प्रभारी सुदामा राम व पुलिस निरीक्षक दीप केरकेट्टा दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. वहां कुछ युवकों ने सरकारी आदेश बताकर जयपुर डैम का पानी निकासी हेतु जेसीबी लगाकर अलग से निकासी द्वार बना दिया था.
स्थानीय ग्रामीणों ने अपने खेतों व पालतू जानवरों के लिए पानी कम हो जायेगा, ऐसा कहकर जब इसका विरोध किया तो युवक सरकारी आदेश है यह कहकर ग्रामीणों से उलझ गये. ग्रामीणों की बढ़ती संख्या देखकर युवकों ने अपनी सहायता के लिए बगल के गांव से 15-20 युवकों को बुला लिया. इससे स्थिति गंभीर हो गयी. इसी बीच किसी ने इसकी सूचना स्थानीय थाने को दे दी.
पदाधिकारी मौके पर पहुंचकर दोनों समुदायों को समझा-बुझाकर शांत किया. प्रशासन ने जांच की तो पता चला कि सात से आठ युवक मछली मारने के चक्कर में सरकारी आदेश की फर्जी कहानी बनाकर जेसीबी मशीन के द्वारा जयपुर डैम के पानी को अन्यत्र निकासी द्वार बनाकर ले जाने का प्रयास कर रहे थे. इसी बात को लेकर ग्रामीणों और युवकों की टोली में विवाद हुआ था.
इसके बाद चैनपुर पुलिस द्वारा नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. नामजद अभियुक्तों में शेख गयासुद्दीन, अल्ताफ खान, अल्ताफ खान, सुफियान खान, जज खान, मुनीर खान, इब्राहिम मियां, इकबाल मियां व अन्य 20 युवकों के ऊपर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. सभी युवक मालम, जामगाई व आजाद बस्ती चैनपुर के रहने वाले हैं.