21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

COVID-19 : चीन ने भारत को दिये 6.5 लाख पीपीई किट, खराब प्रोडक्ट पर सफाई, ‘स्टैंडर्ड सामान ही खरीदें’

चीन (China) ने कोविड-19 (COVID19) वैश्विक महामारी (Coronavirus worldwide) से निजात पाने में मदद के लिए भारत को बृहस्पतिवार को साढ़े छह लाख कोरोना वायरस (Coronavirus ) चिकित्सा किट्स (PPE kit) भेजी.

बीजिंग : चीन ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से निजात पाने में मदद के लिए भारत को बृहस्पतिवार को साढ़े छह लाख कोरोना वायरस चिकित्सा किट्स भेजी.

इससे पहले चीन ने भारत को 1.7 लाख निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) किट गिफ्ट किया था, लेकिन खबर है उसमें 50 हजार किट खराब निकल गये. अब इस पर चीन ने सफाई दी है. उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में कई देशों के चिंता जताए जाने के बारे में सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान ने कहा कि चीन सरकार व्यवस्थित निर्यात को प्रोत्साहित कर रही है. उन्होंने कहा, हम आशा करते हैं कि विदेशी खरीददार उन कंपनियों के उत्पादों को चुनेंगे जिन्हें अच्छे उत्पाद की विश्वसनीयता के लिये चीनी नियामक से मान्यता प्राप्त है.

Also Read: Covid-19 Bihar Update : फ्लाइट से पटना आया था कोरोना पॉजिटिव, 19 जिलों के 69 यात्री होम क्वारेंटिन

उन्होंने कहा, हाल ही में कई देशों ने चीन से मेडिकल सामग्री खरीदी है. अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करते हुए हम विश्वसनीयता वाली कंपनियों और उत्पादों के निर्यात के मामले में प्रतिष्ठित कंपनियों की सहायता कर रहे हैं.

मालूम हो चीन से इन सामान के आयात के लिये भारत सहित कई देशों की निजी और सरकारी कंपनियां दोनों ही ऑर्डर दे रही हैं.

बीजिंग में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने बताया कि चीन से खरीदी जा रही 20 लाख से अधिक जांच किटों को अगले 15 दिनों में भारत भेजा जाएगा. मिस्री ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट्स और आरएनए एक्सट्रैक्शन किट्स समेत कुल 650,000 किटों को आज तड़के ग्वांग्झू हवाई अड्डे से भारत के लिए भेजा गया.

Also Read: Coronavirus News Case: 40 बच्चे हुए कोरोना संक्रमित, यहां भी निकला निजामुद्दीन तबलीगी जमात कनेक्शन

रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट 15 मिनट में नतीजे देती हैं और किसी मरीज के कोरोना वायरस के संपर्क में आने के बारे में पता लगाने के लिए मुंह के लार के नमूने के बजाय रक्त के नमूने पर काम करती है. ऐसी जानकारी है कि चीन ने भारत में मौजूदा लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में जांच बढ़ाने के उसके प्रयास के तौर पर पहले चिकित्सा किट्स की दो बड़ी खेप भेजीं.

मंगलवार को उन्होंने यहां मीडिया को बताया था कि भारत ने 30 लाख जांच किटों के अलावा कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्साकर्मियों के लिए चीन से 1.5 करोड़ निजी सुरक्षा उपकरण खरीदने का ऑर्डर दिया है.

Also Read: ग्रेच्यूटी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिया फैसला, जानिए कौन किन शर्तों पर है इसका हकदार

मिस्री ने कहा, मुझे लगता है कि हमारी जरूरतों को समय पर और सुचारू तरीके से तथा अनुमानित कीमत पर पूरा करना भारत-चीन संबंध के लिए सबसे अच्छा संकेत होगा. कोरोना वायरस से करीब ढाई महीने तक जूझने के बाद चीन में कारखानों ने एक बार फिर काम शुरू कर दिया है और वह भारत समेत दुनियाभर में वेंटिलेटर और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) समेत चिकित्सा सामान की भारी मांग को एक बड़े कारोबारी अवसर के तौर पर देख रहा है.

भारत ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बंद की अवधि तीन मई तक बढ़ा दी है. देश में इस बीमारी से 420 लोगों की मौत हुई है और 12,759 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं.

Also Read: Coronavirus Pandemic : भारत में पिछले 24 घंटे में 826 नये कोरोना केस, 28 लोगों की मौत, 1515 लोग हुए ठीक

मिस्री ने कहा कि भारतीय दूतावास, भारत में इन सामान को समय से पहुंचाने के लिए विमानों के समन्वय पर काम करने के अलावा वाणिज्यिक खरीद में सहयोग भी कर रहा है. दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के फैलने के कारण चीनी चिकित्सा सामान की मांग बढ़ने पर चीन ने बुधवार को सभी देशों से सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त चीन की प्रतिष्ठित कंपनियों से इन सामान का आयात करने के लिए कहा तथा जालसाजी में शामिल लोगों को सजा देने की बात कही.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें