जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि 21 अप्रैल से राज्य में योजनाबद्ध तरीके से बदलाव के साथ लॉकडाउन लागू किया जाये. उन्होंने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों व औद्योगिक क्षेत्रों में 20 अप्रैल के बाद औद्योगिक इकाइयों को शुरू करने करने के निर्देश दिये हैं. इससे प्रदेश में मौजूद प्रवासी मजदूरों को भी रोजगार मिल सकेगा.
श्री गहलोत बुधवार को लॉकडाउन को लेकर हुई उच्चस्तरीय बैठक में ये निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में ऐसे उद्योग, जहां श्रमिकों के लिए कार्य स्थल पर ही रहने की सुविधा उपलब्ध है, उन्हें भी शुरू किया जाये. हालांकि, इनमें बाहर से मजदूरों के आवागमन की अनुमति नहीं होगी.
उन्होंने निर्देश दिये कि जिला कलेक्टर, रीको, जिला उद्योग केंद्र तथा पुलिस समन्वय स्थापित कर यह सुनिश्चित करें, जिससे लॉकडाउन के दौरान उद्योगों के शुरू होने में कोई परेशानी न आये. ऐसी पुख्ता व्यवस्था की जाये, जिससे उद्यमी किसी प्रकार की आवश्यकता होने पर संबंधित अधिकारी से संपर्क कर सकें. साथ ही मजदूरों तथा कर्मचारियों के आने-जाने में पास की व्यवस्था को सुगम किया जाये.
मुख्यमंत्री ने इसी क्रम में सरकारी कार्यालयों को भी चरणबद्ध तरीके से खोलने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में आवश्यक सेवाओं में आने वाले विभाग पूरी तरह काम कर रहे हैं. इनके साथ ही अन्य कार्यालयों में भी आने वाले समय में काम शुरू किया जाये और इनमें ग्रुप ‘ए’ व ग्रुप ‘बी’ के अधिकारियों की उपस्थिति आवश्यकतानुसार सुनिश्चित की जाये.
साथ ही ग्रुप ‘सी’ व ग्रुप ‘डी’ के एक-तिहाई कार्मिकों को सामाजिक दूरी का पालन करते हुए बुलाया जाये. श्री गहलोत ने निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक निर्माण व सिंचाई से संबंधित कार्य शुरू किये जायें. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के केंद्र बन रहे जिन स्थानों पर कर्फ्यू लागू है, वहां कर्फ्यू सख्ती से लागू किया जाये. इन क्षेत्रों से किसी को भी आने-जाने की इजाजत नहीं दी जायेगी.