गोरखपुर : संकट की इस घड़ी में भी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) ने टिकट कैंसिलेशन के नाम पर सुविधा शुल्क लेने की तैयारी कर ली है. स्लीपर टिकट पर 15 तथा एसी टिकट पर 30 रुपये कट जायेंगे. ऐसे में 15 अप्रैल से तीन मई तक इंटरनेट से टिकट बुक करने वाले पूर्वोत्तर रेलवे के ही लगभग ढाई लाख लोगों की जेब ढीली हो जायेगी.71 हजार लोगों ने कैंसिल कराया टिकट15 अप्रैल से तीन मई तक पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से स्लीपर और एसी क्लास में करीब चार लाख चालीस हजार यात्रियों के टिकट बुक हुए हैं. इनमें करीब 71 हजार लोग 15 अप्रैल तक टिकट कैंसिल करा चुके हैं.
लगभग तीन लाख 68 हजार लोगों का टिकट कैंसिल होना है. इनमें रेलवे के काउंटरों से टिकट लेने वाले तीस फीसदी यात्रियों का तो पूरा किराया वापस हो जायेगा. 70 फीसदी ऐसे यात्री जिन्होंने इंटरनेट से टिकट बुक किया है, उन्हें आइआरसीटीसी को सुविधा शुल्क देना ही पड़ेगा. यह तब है जब रेलवे ने लॉकडाउन में ट्रेनों के निरस्त होने पर भी इंटरनेट से टिकट बुकिंग की सुविधा खुद उपलब्ध करायी थी.नियमानुसार किराये में कटौती की जायेगी. टिकट वापसी की प्रक्रिया के तहत किराया सीधे बैंक एकाउंट में जायेगा. इस बात की जानकारी आइआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्विनी श्रीवास्तव ने दी. अगले आदेश तक नहीं होगी किसी भी तरह के आरक्षित टिकटों की बुकिंगलॉकडाउन के साथ ही रेलवे बोर्ड ने तीन मई तक यात्री ट्रेन सेवाओं का निरस्तीकरण भी बढ़ा दिया है.
पूर्वोत्तर रेलवे की एक्सप्रेस, पैसेंजर, डेमू और मेमू ट्रेनों का संचलन पूरी तरह बंद रहेगा. 15 अप्रैल से तीन मई तक निरस्त ट्रेनों के बुक आरक्षित टिकट कैंसिल होंगे. कैंसिल टिकटों का पूरा किराया वापस होगा. खाते में ही वापस होंगे रुपयेरेलवे के काउंटरों से लिये गये आरक्षित टिकट लॉकडाउन के बाद तीन माह के अंदर कभी भी कैंसिल हो जायेंगे. इ-टिकट अपने आप निरस्त होंगे. इ-टिकटों का किराया संबंधित खाते में ही वापस होगा.
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार अगले आदेश तक किसी भी तरह के टिकटों की बुकिंग नहीं होगी. स्टेशनों के समस्त काउंटर अगली सूचना तक बंद रहेंगे. जो ट्रेनें निरस्त नहीं हैं, यानी तीन मई के बाद भी अगर कोई यात्री अपना टिकट निरस्त कराना चाहता है तो उसका भी पूरा किराया वापस होगा. सीपीआरओ के अनुसार देश के एक से दूसरे छोर तक खाद्यान्न व अन्य आवश्यक सामग्री पहुंचाने के लिए माल गाड़ियों व पार्सल स्पेशल ट्रेनों का संचलन जारी रहेगा.