छपरा : लॉकडाउन की अवधि तीन मई तक विस्तारित कर दी गयी है. ऐसे में शहर से लेकर गांव तक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए पुलिसकर्मी मोर्चा संभाले हुए हैं. वहीं जिले के अधिकतर बैंकों व ग्राहक सेवा केंद्रों पर लोगों की उमड़ रही भीड़ ने चिंताएं बढ़ा दी हैं. बैंकों में इन दिनों जन-धन खाते में भेजी गयी राशि, पेंशन राशि, उज्जवला योजना सहित अन्य योजनाओं के तहत भेजी गयी राशि की निकासी को लेकर रोजाना सैकड़ों लाभुक पहुंच रहे हैं. सुबह बैंक खुलने के आधे घंटे पहले ही मुख्य गेट पर काफी भीड़ इकट्ठा हो जा रही है. वहीं बैंक कर्मियों की अपील पर लाभुक कतारबद्ध तो हो रहे हैं, लेकिन इन कतारों के बीच कहीं भी सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिख रही है. लोग एक-दूसरे से काफी नजदीक खड़े नजर आ रहे हैं. ऐसे में कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग की कामयाबी पर प्रश्नचिह्न खड़ा होता दिख रहा है.
बैंककर्मी बार-बार लोगों से आग्रह करते हुए उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने की हिदायत दे रहे हैं. इसके बावजूद लोग पैसे निकालने के लिए धक्का-मुक्की करते नजर आ रहे हैं. शहर के ज्यादातर बैंकों में नहीं हो रहा पालन बुधवार को शहर के साहेबगंज रोड स्थित इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा पंकज सिनेमा रोड स्थित स्टेट बैंक, पीएनबी ब्रांच, नयी बाजार स्थित स्टेट बैंक सीएसपी केंद्र, यूनियन बैंक, सेंट्रल बैंक आदि की शाखाओं में लोगों की काफी भीड़ नजर आयी. मंगलवार को बैंक बंद थे. ऐसे में बुधवार को बैंक खुलते ही ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी. भीड़ बढ़ता देख कई शाखाओं के बैंक अधिकारियों ने पुलिस को सूचित किया. इधर पुलिसकर्मियों को भी लोगों को एक कतार में खड़ा कराने व सोशल डिस्टेंस पालन कराने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
बैंककर्मियों को भी हो रही परेशानी बैंकों में रुपये के लेनदेन के अतिरिक्त अन्य कार्यों में बैंक कर्मियों को काफी परेशानी हो रही है. चुकी बैंकों में ज्यादातर लोग रुपये की निकासी के लिए ही पहुंच रहे हैं. ऐसे में बैंक से जुड़े अन्य कार्यों के निष्पादन में बैंककर्मियों को मुश्किल हो रही है. ग्राहकों की लंबी कतारें बैंक खुलने के एक घंटे पहले से ही लग जा रही है. वहीं बैंक बंद होने तक रुपये निकालने के लिए लोग आ रहे हैं. ऐसे में अन्य जरूरी कार्यों के लिए बैंककर्मी समय नहीं दे पा रहे हैं. वही बैंक के गार्ड को भी भीड़ को नियंत्रित करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई बार अनियंत्रित भीड़ और बैंककर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हो जा रही है. इन सबके बावजूद बैंककर्मी सुबह से शाम तक अपने कार्यों का जिम्मेदारी पूर्वक निर्वहन कर रहे हैं .बिना मास्क पहने कतार में खड़े लोगों को मिल रही चेतावनी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए विभिन्न थाना क्षेत्रों की पुलिस बैंक खुलते ही दल-बल के साथ वहां पहुंच जा रही है.
इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के मापदंडों को कई जगहों पर लोग नजरअंदाज कर रहे हैं. बैंक में रुपये निकालने आये लोग बिना मास्क के ही कतार में खड़े दिख रहे हैं. इस कारण वहां पहुंचे पुलिसकर्मियों की ओर से उन्हें कड़ी चेतावनी दी जा रही है. वहीं कुछ लोगों को कतार से बाहर निकाल कर उन्हें मास्क पहनकर आने की सलाह दी जा रही है. वहीं बैंकों में प्रवेश के पहले भी ग्राहकों के हाथों को सैनिटाइज्ड कराया जा रहा है. बैंक प्रबंधन इस बात का पूरा ध्यान रख रहा है कि कोई भी व्यक्ति बिना हाथों को सैनिटाइज्ड किये बैंक के अंदर प्रवेश ना करे. वहीं बिना मास्क पहने लोगों को भी बैंक के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी उमड़ रही भीड़ शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बैंकों व सीएसपी केंद्रों के बाहर रुपये निकालने के लिए ग्राहकों की काफी भीड़ इकट्ठा हो रही है.
विभिन्न बैंकों के ग्राहक सेवा केंद्रों में आये लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नहीं दिख रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में भी पुलिस नजर बनाये हुए है. जहां से भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होने की सूचना मिल रही है वहां पहुंचकर पुलिस लोगों को कतार में खड़ा करा रही है. वहीं कुछ बैंक व सीएसपी केंद्रों के बाहर एक मीटर की दूरी पर मार्किंग की गयी है. इस मार्किंग में खड़े होकर ही लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.भ्रम के कारण जल्दबाजी दिखा रहे लोग जन-धन खाते में भेजी गयी राशि, पेंशन राशि, उज्ज्वला योजना सहित अन्य योजनाओं के तहत भेजी गयी राशि की निकासी को लेकर लाभुकों में भ्रम की स्थिति है. सोशल मीडिया पर अफवाह के बाद लोगों को इस बात का डर है कि समय रहते सरकार की ओर से भेजी गयी राशि यदि नहीं निकाली जाती है तो शायद वह राशि वापस ले ली जायेगी. बैंक आने पर उन्हें बैंककर्मियों द्वारा किसी भी अफवाह से बचने की सलाह भी दी जा रही है. इसके बावजूद लोग अफवाह के कारण भ्रमित होकर जल्द से जल्द रुपये निकाल लेना चाह रहे हैं.