कुटुंबा : प्रखंड क्षेत्र अंतगर्त मटपा पंचायत के कृषि समन्वयक रोहिणी राज का यूजर आईडी व पासवार्ड गायब किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. किस व्यक्ति द्वारा पासवर्ड लीक किया गया है यह स्पष्ट नहीं हो सका है. ऐसी हरकत से प्रखंड प्रशासन से लेकर जिला तक के अधिकारी सकते में आ गयें हैं. हालाकि इसके बारे में जानकारी देने से विभाग परहेज कर रही है, फिर भी कई बातें उजागर हुई हैं. अभी लॉकडाउन के दौरान प्राकृतिक आपदाओं से संबधित आवेदन का स्पाट वेरीफिकेशन नहीं किया जा रहा है. इसके बावजूद आकास्मिक उक्त पंचायत के 95 आवदेन फार्वड कर डीएओ के यूजर आईडी पर भेज दिया गया. डीएओ द्वारा आईडी खोलकर चेक किया तो इसका खुलासा हुआ. उन्होंने संबधित पंचायत के को-ऑर्डिनेटर से फोन पर संपर्क कर जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया.
इस दौरान ने उक्त कर्मी ने आवेदन फार्वड करने से अनभिज्ञता जताई. इसके बाद डीएओ राजेश प्रताप सिंह आनन -फानन में बीडीओ लोकप्रकाश, सीओ अनिल कुमार व बीएओ प्रदीप कुमार सिंह के साथ मटपा पंचायत के विभिन्न गांवो में पहुंच कर छान बीन करने का प्रयास किया पर क्लियर नहीं हो सका. क्या कहते हैं समन्वयक पासवर्ड गायब होने के पश्चात जब समन्वयक रोहिणी राज से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि एक वर्ष पूर्व उन्हें पासवर्ड मिला था. मोबाइल उनके हाथ में ही रहता है पर किसी ने हैक कर लिया है. उन्होंने बताया कि जब डीएओ द्वारा फोन किया गया तब उन्हें जानकारी हुई. इधर लॉकडाउन के दौरान आइडी खोल कर चेक करने का प्रयास उन्होंने नहीं की थी. ओलावृष्टि की क्षतिपूर्ति के लिए अभी भी उनके पास तकरीबन 800 आवेदन है. फिलहाल उन्होंने अपना पासवर्ड व आईडी चेंज कर लिया है. उन्होंने बताया कि वरीय अधिकारियों द्वारा पिपरा बगाही व मटपा पंचायत की जिम्मेदारी दी गयी थी. पिपराबगाही में अभी तक किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई है. क्या कहते है डीएओ डीएओ राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि पासवर्ड दुरुपयोग किये जाने की सूचना मिलते के साथ हीं जांच शुरू कर दी गयी है. इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गयी है, पर सबकुछ गोपनीय है. खुलासा करना अभी उचित प्रतीत नहीं हो रहा है. बाद में सबकुछ स्पष्ट हो जायेगा.