गोपालगंज : नियोजित शिक्षक न सरकार की किसी कार्रवाई से डरने वाले हैं और न उसके छल-कपट की परवाह है. वे किसी भी झांसे में फंसने वाले नहीं हैं. हड़ताल तभी खत्म होगी, जब सरकार ससम्मान वार्ता कर नियोजित शिक्षकों की सभी मांगों को मान नहीं लेती. यह एलान जिले के शिक्षक नेताओं ने मंगलवार को की. बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर उनकी हड़ताल 58 वें दिन भी जारी रही.
शिक्षक नेता रतिकांत साह ने बताया कि शिक्षकों पर सरकार जितना जुल्म कर लें, लेकिन वे अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं. सरकार तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है, लेकिन वह नहीं जानती कि शिक्षकों ने संकल्प लिया है कि वे मांगें पूरी होने तक हड़ताल पर डटे रहेंगे. इसी क्रम में हड़ताली शिक्षकों ने कोरोना महामारी में लोगों की जागरूकता व मदद के कार्य करने के साथ मंगलवार को महामहिम राज्यपाल को सोशल मीडिया के माध्यम संदेश भेज कर हड़तालियों की समस्याओं के समाधान कराने का आग्रह किया.