रांची : हिंदपीढ़ी में लगातार कोरोना के आठ मरीज पाये जाने के बाद पूरी हिंदपीढ़ी को जिला प्रशासन ने 72 घंटे के लिए सील रखने का फैसला लिया है. रविवार को इस संबंध में सदर एसडीओ ने तीसरी बार हिंदपीढ़ी को 72 घंटा के लिए सील रखने की घोषणा की. प्रशासनिक अधिकारियों का यह कहना है कि हिंदपीढ़ी के सील रहने से इसका संक्रमण नहीं फैलेगा. प्रशासन के इस निर्णय का हिंदपीढ़ी के लोग भी स्वागत कर रहे हैं. लेकिन साथ ही प्रशासन से यह मांग भी कर रहे हैं कि जरूरी काम से बाहर निकलने के लिए लोगों को परमिशन दिया जाये. क्योंकि वर्तमान में लोगों को घर से निकलने ही नहीं दिया जा रहा है. इससे यहां के लोगों के समक्ष नयी परेशानी खड़ी हो गयी है.
अकाउंट में है पैसे, लेकिन घर में नहीं
हिंदपीढ़ी के अधिकतर लोगों ने सोमवार को अपनी परेशानी साझा करते हुए बताया कि मोहल्ले में राशन दुकान संचालित हैं. जिनसे वे अपना राशन खरीद लेते हैं. लेकिन घर में पैसे नहीं है, जो पैसे हैं वे अकाउंट में हैं. इसलिए प्रशासन कम से कम इतनी छूट तो लोगों को दे कि वे अपना पैसा निकालने के लिए एटीएम या बैंक तक जा सके. अगर प्रशासन लोगों को बैंक जाने की इजाजत नहीं देता है, तो कम से कम मोहल्ले में ही प्रतिदिन मोबाइल एटीएम वाहन को भेजा जाये. ताकि लोग अपने अपने अकाउंट से पैसे को निकाल सकें. हर व्यक्ति के अकाउंट में तीन हजार की राशि डाले सरकारपिछले 10 दिनों से सील होने के संबंध में वार्ड पार्षद साजदा खातून ने कहा कि यहां के लोग मानसिक रूप से टूट चुके हैं. गरीबों के घर में चूल्हा तक नहीं जल रहा है. इसलिए राज्य सरकार यहां के जरूरतमंद लोगों के अकाउंट में प्रति व्यक्ति तीन हजार की राशि डलवाये. ताकि इस मुश्किल हालात में भी ये अपने व अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें.