नयी दिल्ली : दिल्ली और आसपास के इलाकों में सोमवार को भी भूकंप के मामूली झटके महसूस किये गये. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में पिछले 24 घंटों में दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए.
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र के अनुसार, दोपहर लगभग डेढ़ बजे आये भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.7 मापी गयी. दोपहर एक बजकर 26 मिनट पर आये इस भूकंप का केन्द्र जमीन से पांच किमी की गहराई में स्थित था. उल्लेखनीय है कि रविवार को भी दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में 3.5 तीव्रता के मध्यम श्रेणी के भूकंप के झटके महसूस किये गये थे.
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मालूम हो भारत में कई ऐसे जगहहैं जहां भूकंप आते रहते हैं. वर्ल्ड बैंक और यूनाइटेड नेशन की रिपोर्ट के एक अनुमान के मुताबिक 2050 तक भारत के लाखों लोग भूकंप और तूफान के कारण बेघर हो सकते हैं.
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भूकंप को लेकर भारत को 4 स्तरों में बांटा गया है. जोन-2, जोन-3, जोन-4, जोन-5. जोन-5 ऐसा क्षेत्र है जहां भूकंप आने की आशंका सबसे ज्यादा है. वहीं जोन-2 ऐसा क्षेत्र है जहां भूकंप आने की आशंका सबसे कम होती है.
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जोन-2: लो डैमेज रिस्क जोन है.
जोन-3: इस जोन को मध्यम क्षति वाला माना जाता है. इस जोन में अंडमान निकोबार, बेस्टर्न हिमालय के भाग शामिल हैं.
जोन-4 : इस जोन को सबसे ज्यादा नुकसान वाला इलाका कहा जाता है. इस जोन में दिल्ली, जम्मू कश्मीर और महाराष्ट्र के इलाके शामिल हैं.
जोन-5 : इस जोन में हिमालय का केंद्र, कश्मीर और कच्छ का रन शामिल हैं.
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