गावां : गावां प्रखंड क्षेत्र में लॉकडाउन के कारण तैयार फसलें भी नष्ट हो रही है. साथ ही काफी मात्रा में तैयार रबी फसलों को भी किसान अपने घर नहीं ला पा रहे हैं. आबादी से दूर खेतों में लोग चोरी-छिपे जाकर फसलों की कटाई तो कर लिये हैं, लेकिन तैयार गेहूं की फसल की कुटाई के लिए उसे थ्रेसर में लाना संभव नहीं हो पा रहा है. देखभाल के कारण फसल को पशु व जंगली सुअर आदि चट कर जा रहे हैं. क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि व किसान चित्र परिचय : 40. बैजनाथ यादव, 41. राजकुमार यादव, 42. अजीत राउत, 43. अनिल यादव, 44. आनंदी यादव, 45. मो. मकसूद लगभग बीस कट्ठा में गेहूं की फसल लगाया हूं. लॉकडाउन के बाद सिंचाई नहीं होने से खड़ी फसल सूख चुकी है. कुछ भागों में सिंचाई की गयी है. तैयार फसलों को मजदूर नहीं मिलने के कारण घर ला नहीं पा रहा हूं.
बैजनाथ यादव, किसान, बिश्नीटीकर किसान मोटर व डीजल पंप के सहारे खेतों में गेहूं, चना आदि की फसल लगाये थे. इस समय फसल बिल्कुल तैयार हो चुकी है. लॉकडाउन के कारण फसलों को खेत से काटकर घर लाना संभव नहीं हो पा रहा है. राजकुमार यादव, मुखिया, बिरने खेत में गेहूं की फसल तैयार होने के बाद सूख कर गिर रही है. नदी में डीजल पंप लगाकर गेहूं की सिंचाई की थी. फसल तैयार होते ही क्षेत्र में लॉकडाउन हो गया. जिससे फसल की कटाई नहीं हो पा रही है.अजीत राउत, किसान, चरकीखेतों में गेहूं, चना व अरहर आदि की फसल लगायी थी. फसलें तैयार हो चुकी है. लॉकडाउन के कारण खेतों की रखवाली नहीं होने के कारण फसल को जानवर व जंगली सुअर चट कर जा रहे है. अनील यादव, किसान, नीमाडीह तैयार गेहूं की फसल को घर नहीं ला पा रहे है. तैयार फसलों को प्रतिदिन जानवर बर्बाद कर रहे हैं. खेती में जो पूंजी जुताई और पटवन आदि में खर्च की थी वह निकलना मुश्किल लग रहा है. आनंदी यादव, किसान, पिहरा कई किसानों द्वारा रबी फसल की खेती की गयी थी. लोग तालाब व नदी आदि से सिंचाई कर फसल को तैयार किये थे. फसल भी बहुत अच्छी थी. हालांकि लॉकडाउन के कारण उसे घर में नहीं लाया जा सका है.
मो. मकसूद आलम, मुखिया, खरसान