पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किये जा रहे कार्यों की शनिवार को समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति के साथ-साथ दवा, उपकरण, मास्क, पीपीई किट्स आदि की उपलब्धता एवं आपूर्ति की जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से निबटने के लिए किये जा रहे कार्यों में डॉक्टर, हेल्थ वर्कर, पुलिस, प्रशासनिक पदाधिकारी एवं कर्मी, सफाईकर्मी और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि इन लोगों के साथ किसी प्रकार का दुर्व्यवहार ना करें.
राज्य में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए माइल्ड सिम्टम्स वाले मरीजों के लिए कोविड केयर सेंटर, मॉडरेट सिम्टम्स वाले मरीजों के लिए कोविड हेल्थ सेंटर तथा गंभीर संक्रमण वाले मरीजों के लिए कोविड हॉस्पीटल का संचालन किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड हॉस्पिटल में आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाये. आवश्यकतानुसार अस्पतालों की संख्या भी बढ़ायी जा सकती है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के अलावा अन्य बीमारियों के मरीजों के लिए भी स्वास्थ्य सेवा की समुचित व्यवस्था रखें, वहां पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध हो और वहां सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन भी सुनिश्चित कराएं.
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि केंद्र सरकार एवं निजी आपूर्तिकर्ताओं से समन्वय कर दवा एवं उपकरणों की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित कराएं. आगामी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों की पर्याप्त व्यवस्था रखें. उन्होंने कहा कि संदिग्ध कोरोना मरीजों के संपर्क वाले क्षेत्रों में गहन रूप से ट्रेसिंग, टेस्टिंग एवं ट्रैकिंग कराएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से निबटने के लिए किये जा रहे कार्यों में डॉक्टर, हेल्थ वर्कर, पुलिस, प्रशासनिक पदाधिकारी एवं कर्मी, सफाईकर्मी तथा अन्य फ्रंटलाइन वर्कर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि इन लोगों के साथ किसी प्रकार का दुर्व्यवहार ना करें. ये लोग प्रतिदिन जान जोखिम में डाल कर देश और समाज के लिए काम कर रहे हैं. हम सभी का दायित्व है कि इन सभी का उत्साह बढ़ाते रहें. सभी को इनकी सुविधाओं एवं सुरक्षा का ध्यान रखना होगा.
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि कोरोना सक्रंमण को लेकर फैल रहे अफवाहों पर ध्यान नहीं दें. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि लोगों तक सही जानकारी पहुंचायें और यह सुनिश्चित करें कि सामाजिक सद्भाव बना रहे. मुख्यमंत्री ने राज्य के बाहर रह रहे प्रवासी मजदूरों के खाते में राशि हस्तांतरण पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग इसका नियमित अनुश्रवण करे. जिन लोगों के कॉल-मैसेज आ रहे हैं, उनसे फीडबैक प्राप्त कर राशि अंतरण के कार्य में तेजी लायी जाये. राज्य में चलाये जा रहे राहत कैंपों में भोजन की गुणवतापूर्ण समुचित व्यवस्था हो. आवश्यकतानुसार इन कैंपों की संख्या भी बढ़ायी जा सकती है. लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होने दें. राशि की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यक सेवाओं का सप्लाई चेन मेंटेन रहे, यह सुनिश्चित किया जाये और जमाखोरी एवं कालाबाजारी पर सख्त निगरानी रखें तथा इसके विरुद्ध समुचित कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाये. मुख्य सचिव जिलाधिकारियों से यह सुनिश्चित कराएं कि रबी फसल की कटाई में किसानों एवं मजदूरों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो. इसके लिए जिलाधिकारी स्वयं मॉनिटरिंग करें. लोग लॉकडाउन का अनुशासन बनाये रखें एवं सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करें. कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति से निबटने के लिए सरकार हरसंभव कदम उठा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग अपने घरों में रहें और सरकार के दिये गये निर्देशों का पालन करें. लोग घबराये नहीं, अपने घरों में सुरक्षित रहें. उन्होंने लोगों से अपील की कि जब भी कठिन समय आया है, हमलोगों ने मिलजुल कर मुकाबला किया है. मुझे पूरी उम्मीद है कि इस बार भी आप सबके सहयोग से कोरोना महामारी से निबटने में सक्षम होंगे.
आईएएस वाइव्स एसोसिएशन की तरफ से अध्यक्ष रश्मि कुमार एवं सचिव रत्ना अमृत ने 11 लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष में सौंपा. वहीं, आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के सचिव दीपक कुमार सिंह एवं कोषााध्यक्ष मिथिलेश मिश्र ने 10 लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष में सौंपा.