मेदिनीनगर : लॉकडाउन के दौरान सड़क पर कोई भी राहगीर यदि पैदल यात्रा कर रहा है तो उसे घर में रहने की सलाह देने से पहले यह जान लेना है कि आखिर किस परिस्थिति में घर से बाहर निकला है. क्या घर से निकलने का कारण भूख तो नहीं है. कही वह भोजन की जुगाड़ में तो नही निकला है. यदि उसे भोजन की जरूरत है तो तत्काल पुलिस उसके लिए भोजन की व्यवस्था करे. पलामू के पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने यह आदेश सभी थाना प्रभारी, चेक पोस्ट पर तैनात पदाधिकारी व जवानों को दी है.
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एसपी श्री लिंडा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वैसे जरूरतमंद राहगीर मिल रहे हैं तो उनका पूरा पता लें और आश्वास्त करें की अब भोजन की जुगाड़ के लिए घर से निकलने की जरूरत नहीं है. पुलिस उनके घर तक खाद्य सामग्री पहुंचायेगी. बस आप सिर्फ लॉकडाउन का पालन करें. क्योंकि ऐसा देखा जा रहा है कि लोग भोजन की तलाश में लॉकडाउन को तोड़ रहे हैं. इसलिए एसपी ने मानवीय पक्ष पर भी ध्यान देने का निर्देश दिया.
एसपी श्री लिंडा के आदेश के आलोक में शुक्रवार से यह कार्य पुलिस ने शुरू कर दिया है. शुक्रवार को छहमुहान पर यातायात प्रभारी रुद्रानंद सरस ने देखा की एक राहगीर छहमुहान पर भटक रहा है. जब उसके बारे में जानकारी ली तो पता चला कि राहगीर पलामू जिले के हैदरनगर का रहने वाला है. वह मेदिनीनगर में किराये के मकान में रहता है. घर में खाने का समान नहीं था. इसलिए वह भोजन की तलाश में निकला था. तत्काल उसे भोजन उपलब्ध कराया गया. साथ ही सूखा राशन भी दिया गया.
यातायात प्रभारी श्री सरस ने बताया कि एसपी के निर्देश के आलोक में उस शख्स का नाम, पता नोट कर लिया गया है. जरूरत के अनुसार पुलिस उसके घर तक भोजन पहुंचाने का काम करेगी.