हसनगंज : खुद और परिवार का पेट भरने के साथ ही कई सारे कर्ज चुकाने और जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए बड़े शहरों में पसीना बहा रहे मजदूरों ने कभी सोचा नहीं था कि लॉकडाउन के दौरान उन्हें ऐसी आफत का सामना करना पड़ेगा. ढेरुआ पंचायत के 20 वर्षीय सूजन कुमार मंडल, 25 वर्षीय रवि शर्मा एवं झारखंड राज्य के प्रभाष मंडल तीन मजदूर दिल्ली से छह दिनों में साइकिल से अपने गांव हसनगंज पहुंचे. इन लोगों ने बताया कि दिल्ली में पांच सौ रुपये पर काम करते थे. काम शुरू ही हुआ था कि लॉकडाउन लग गया. दिल्ली में रहने पर पुलिस की मार लगती थी.
कहीं बाहर निकलने पर प्रशासन का डंडा चलता था. खाने पीने में काफी समस्या होने लगी थी. पास में मात्र तीन हजार रुपया बचा था. जिसमें एक हजार रुपया रूम भाड़ा मालिक ले लिया और 15 सौ रुपये में साइकिल खरीदकर हम घर के लिए 30 मार्च को निकल गये. रास्ते में खाने पीने में काफी परेशानी हुआ. दिल्ली से यूपी आने पर यूपी के लोगों ने काफी सेवा किया और खाने के लिए खाना के साथ-साथ एक व्यक्ति ने एक सौ रुपया भी दिया. बिहार के मांझी बॉर्डर के चेकपोस्ट पर जांच करने के उपरांत बिहार में प्रवेश करने का अनुमति दिया. स्कूल में ही खाना मिल जाता था. वहीं सो जाते और सुबह होते ही साइकिल से निकल पड़ते थे. छह दिनों में 5 अप्रैल की रात्रि हसनगंज पहुंचे और सोमवार को पीएचसी हसनगंज आये हैं. अपना चेकअप कराने. झारखंड निवासी प्रभाष ने बताया कि अपने मित्रों के साथ बिहार तक आ गये. अब झारखंड अपने घर तक पहुंचना है. मौके पर तीनों मजदूर को हसनगंज प्रशासन द्वारा कोरनटाइन सेंटर भेज दिया गया है.
बीडीओ ने जनप्रतिनिधि को दिये मास्क व सेनिटाइजर फोटो 20 केप्शन-सामान वितरण करते बीडीओ हसनगंज. प्रखंड मुख्यालय में बीडीओ ने प्रखंड कर्मी व प्रखंड प्रतिनिधि को कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए मास्क, सेनिटाइजर आदि का वितरण किया. साथ ही प्रखंड मुख्यालय व परिसर में सेनिटाइजर का छिड़काव कर सेनिटाइज किया. मौके पर बीडीओ मनीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए प्रखंड स्तरीय जनप्रतिनिधि एवं प्रखंड कर्मी को सेनिटाइजर, हेंडवास, डिटॉल साबुन, मास्क आदि दिया गया है. कोरोना वायरस को लेकर जनप्रतिनिधि व कर्मी कार्यालय व क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने को लेकर भ्रमणशील रहते हैं. जिन्हें एहतियात बरतने की खास जरूरत है. इसी उद्देश्य को लेकर इन सभी के बीच सामग्रियों का वितरण किया गया ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण से स्वस्थ व सुरक्षित रह सके.साथ ही बीडीओ ने बताया कि पंचायत स्तर पर पंचायत के मुखिया द्वारा इन सामग्रियों का वितरण किया जाना है.