सहरसा : उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद के बाद आइसोलेशन वार्ड में भर्ती जमातियों द्वारा स्वास्थ्यकर्मियों से दुर्व्यवहार का मामला सहरसा सदर अस्पताल में भी दोहराने लगा है. सदर अस्पताल आइसोलेशन वार्ड में इलाजरत जमातियों द्वारा अस्पताल कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आया है. अस्पताल प्रशासन की सूचना व वरीय अधिकारियों के निर्देश पर सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी, सदर थानाध्यक्ष आरके सिंह सदल बल अस्पताल पहुंच जमातियों को समझा बुझाकर शांत कराया.मोबाइल से ले रहा था फोटोसदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रवींद्र मोहन ने बताया कि आइसोलेशन वार्ड में पांच लोग इलाजरत हैं. जिसमें तीन जमाती हैं. ये लोग जब कोई कर्मी इलाज के लिए जाते हैं तो वह मोबाइल से तस्वीर लेने लगता है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान की परवाह किये बिना संदिग्धों की सेवा में जुटे हैं. लेकिन मोबाइल पर अश्लील गाने बजाना व भद्दी फब्तियां कसने से वे परेशान हो गये हैं. जिसकी शिकायत मिली तो उनलोगों को समझाया गया, लेकिन वे लोग अपनी आदत में सुधार लाने की बजाय कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार पर उतारू हो गये थे. जिसके बाद मामले की जानकारी जिला पदाधिकारी को दी गई. जिसके बाद सदर एसडीपीओ व अन्य पहुंच कर उनलोगों को समझाया-बुझाया. उन्होंने बताया कि पदाधिकारी को देख सभी नमाज अदा करने लगे. नमाज अदा करने के बाद सभी को आदत में सुधार लाने का निर्देश दिया गया है. फोटो-सहरसा 14- भर्ती जमातियों को समझाते एसडीपीओ.
स्टिकर की आड़ में सड़कों पर फर्राटा भर रहे वाहन, सख्ती की जरूरतपुलिस ने कई से वसूला जुर्माना
सहरसा : कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन का लोग खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं. दवा दुकान तो दवा दुकान, किराना व जेनरल स्टोर के संचालक व स्टाफ बाइक से लेकर चारपहिया वाहन पर जिला प्रशासन सहरसा, ऑन ड्यूटी लिख सुबह से लेकर रात तक फर्राटा भरते नजर आते हैं. इतना ही नहीं किसी का सगा-संबंधी भी यदि किसी कार्यालय में है, तो वह भी इस मौके का फायदा लेने से नहीं चूक रहा है. हालांकि पुनि राजमणि व यातायात प्रभारी नागेंद्र राम ने शंकर चौक पर कई ऐसे वाहन चालकों से जुर्माना वसूला तो कई को उठक-बैठक करा नियम उल्लंघन नहीं करने का सख्त निर्देश दिया. बावजूद लोग नियम उल्लंघन से बाज नहीं आ रहे हैं. स्टिकर के बाद हेलमेट भी नहींएक तरफ जहां जिला प्रशासन के वरीय से लेकर कनीय अधिकारी व कर्मी दिन-रात आम लोगों के सेहत को लेकर चिंतित हैं. स्वयं जिला पदाधिकारी व पुलिस अधीक्षक लगातार शहरी क्षेत्रों से लेकर ग्रामीणों क्षेत्रों में जाकर लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील कर रहे हैं. लेकिन लोग इतनी सख्ती के बाद भी वाहन पर सिर्फ स्टिकर लगाकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं. स्टिकर के बाद हेलमेट व सीट बेल्ट भी पहनना मुनासिब नहीं समझते हैं. स्टिकर की आड़ में कई पिकअप वैन तो कई ऑटो चालक गैर जरूरी सामान व लोगों को ढ़ोकर लॉकडाउन को धोखा दे रहा है.
प्रधानमंत्री को मिला देशवासियों का अपार समर्थन, कोरोना से लड़ाई में जीतेगा इंडिया
सहरसा : प्रधानमंत्री के अपील से पूरे देश सहित बिहार के सहरसा जिले में लोगों ने अपने अपने घर के बालकनी और छत पर दीप, मोमबत्ती और मोबाइल की फ्लैश लाइट जला कर यह संदेश दिया कि हम सभी भारतीय भारत की इस विकट परिस्थिति में साथ हैं, एकजुट हैं. परिस्थिति चाहे कैसी भी हो जब देश में एकजुटता तब होती है जब देश के नागरिक अपने प्रधान सेवक पर विश्वास रखते हैं. तभी देश में किसी भी परिस्थितियों से लड़ने की क्षमता होती है और यही आज देशवासियों ने पूरे देश को संदेश दे बताया कि हम भारतीय अनेकता में भी एकता की भावना रखते हैं. कुछ विपक्षी पार्टियों ने भी खुलकर पीएम के इस अपील का समर्थन किया. यह समय राजनीतिक और समुदाय जाति के भेदभाव करने का नहीं है. इस विकट परिस्थितियों का एकजुट होकर सामना करने का है. प्रधानमंत्री के इस अपील को पूरे भारत का पूर्ण समर्थन मिला.
लोगों ने मनाया कोरोना वारियर्स अपर थानाध्यक्ष द्रवेश का जन्मदिन
सोशल डिस्टेंस का पालन करते यातायात पोस्ट पर काटा केक
सहरसा : छोटी से छोटी व बड़ी से बड़ी घटना में पुलिस की भूमिका अहम होती है और जब बात संकट काल की हो तो कुछ कहना बेईमानी होगी. जब घर में सभी लोग बंद हैं तो पुलिस अधिकारी व जवान सड़क पर खड़े रह कर लोगों की हिफाजत करने में जुटे हैं. जिसके कारण वह अपनी खुशियां भी अपनों के साथ नहीं मना पाते हैं. रविवार को सदर थाना के अपर थानाध्यक्ष द्रवेश कुमार का जन्मदिन था. लेकिन वह अपनी ड्यूटी में व्यस्त थे. शंकर चौक व आसपास के इलाके में दोपहर से ही लोगों की सुरक्षा में तैनात थे. जैसे ही आम लोगों को उनके जन्मदिन की जानकारी मिली. कुछ युवकों ने आनन-फानन में केक की व्यवस्था की और जब उनके थाना वापस जाने का समय हुआ तो युवाओं ने उन्हें रोककर सोशल डिस्टेंस का पालन करते उन्हें बधाई दी और यातायात पोस्ट पर केक काटने का आग्रह किया. जिसके बाद उन्होंने केक काटकर अपना जन्मदिन मनाया. केक काटने के बाद उनके चेहरे पर खुशी दौड़ गई. युवाओं ने कहा कि लोगों की सुरक्षा के कारण ये लोग अपनी खुशियां तक नहीं मना पाते हैं. जब ये हमलोगों के लिए अपनी खुशियां को छोड़ धूप में वीरान सड़कों पर खड़े रह सकते हैं तो, इन्हें अपनों का प्यार देना भी लोगों का कर्तव्य है. मालूम हो कि तेज तर्रार अधिकारी के रूप में द्रवेश कुमार की पहचान आम से खास लोगों के बीच है.
शाम से ग्रिड में जमे रहे अधिकारी, किसी भी परेशानी से निबटने को थे तैयार
सहरसा : प्रधानमंत्री के द्वारा रविवार की रात नौ बजे नौ मिनट के लिए घर की लाइट बंद करने की अपील के बाद बिजली विभाग पूरी तरह सजग रहा. रविवार की देर शाम से ही कार्यपालक अभियंता राहुल कुमार, सहायक विद्युत अभियंता बिपीन विजेता सहित अधिकारियों व कर्मियों की टीम मॉनिटरिंग में जुटे रहे. किसी तरह की परेशानी से निपटने के लिए कई टीम क्षेत्र में थी. अधिकारी लगातार लोगों से प्रधानमंत्री के आह्वान के आलोक में सिर्फ घरेलू उपयोग के बल्ब या ट्यूबलाइट ही बंद करने की अपील करते रहे. अन्य विद्युत उपकरणों यथा टीवी, फ्रिज, पंखा, एसी आदि को सामान्य रूप से चालू रखने की अपील करते रहे. लोगों ने भी अपील का ध्यान रखा. वहीं अस्पतालों, पुलिस थानों तथा अन्य आवश्यक सेवाओं के प्रतिष्ठानों की रोशनी एवं स्ट्रीट लाइट यथावत जलती रही.